मध्य प्रदेश पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन में एक सब इंजीनियर हेमा मीणा करोड़ों की आसामी निकली. 13 साल की नौकरी में उसने अभी तक 15-17 लाख रुपये कमाये होंगे. लेकिन लोकायुक्त के छापे में पहले दिन ही 232% से ज्यादा संपत्ति का पता लगा है, भोपाल के करीबे बिलखिरिया में उसके आवास, फार्म हाउस और दफ्तर में लोकायुक्त छापे के पहले दिन ही इसका खुलासा हुआ है कि आरोपी के पास 7 करोड़ रुपए से ज्यादा की प्रॉपर्टी है, छापे से जुड़े लोगों का कहना है कि वहां मिले सामान, बैंक खातों के मूल्यांकान में उन्हें कई दिन लग सकते हैं.
संविदा पर कार्यरता हेमा मीणा के पास 30 लाख रुपए का टीवी है. घर में 100 से ज्यादा पिंजरे हैं, जिसमें देसी-विदेशी नस्ल के कई कुत्ते हैं. इन्हें रोटी खिलाने के लिये ढाई लाख की रोटी बनाने वाली मशीन लगी हैं. बंगले में बनवाए गए बड़े से गैराज में 20 चौपहिया वाहन मिले, जिसमें कई आलीशन गाड़ियों समेत डंपर, ट्रैक्टर भी
बंगले के कर्मचारियों से बात करने के लिए वॉकी-टॉकी का इस्तेमाल किया जाता था. पूरी संपत्ति में मोबाइल जैमर लगा था. 20 हजार वर्ग फीट जमीन पर बने बंगले की लागत 1 करोड़ से ज्यादा है.
हेमा मीणा के घर से भोपाल, रायसेन और विदिशा के कई गांवों में जमीन के दस्तावेज मिले हैं. बंगले से पुलिस हाउसिंग बोर्ड का सरकारी सामान भी मिला है.
रायसेन जिले के चपना गांव की रहने वाली हेमा मीणा के पिता छोटे किसान हैं. उनके पास थोड़ी-बहुत जमीन थी. इसी पर खेती कर उन्होंने बेटी को पढ़ाया. इंजीनियर बनने के बाद हेमा ने कई एकड़ जमीन पिता के नाम पर खरीदी. ये पैसा कहां से आया, ये भी सवाल उठ रहा है.
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