चीफ जस्टिस रमना सुनहरे दिल के व्यक्ति हैं : जस्टिस विनीत सरन (फाइल फोटो)
नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने अदालत में शारीरिक तौर पर कामकाज शुरू करने के लिए स्कूली छात्रा की चिट्ठी को जनहित याचिका में बदला है. सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस विनीत सरन ने एक समारोह में बताया कि हाल ही में एक लड़की ने CJI को पत्र लिखकर शारीरिक तौर पर सुनवाई (Physical Hearings) शुरू करने का अनुरोध किया है, क्योंकि अन्य सभी व्यवसाय, स्कूल शुरू हो गए हैं इसलिए अदालतें भी शारीरिक तौर पर सुनवाई शुरू करें. इस पर भारत के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना (CJI NV Ramana) ने इस पत्र को एक जनहित याचिका में बदल दिया है. उन्होंने कहा कि जस्टिस रमना सुनहरे दिल के व्यक्ति हैं.