Health Benefits Of Cobra Pose: भुजंगासन को कोबरा पोज के रूप में जाना जाता है, क्योंकि इसमें शरीर अपर बॉडी कोबरा या सांप के हुड की तरह ऊपर उठता है. इसलिए भुजंगासन उन कुछ योगासनों में से एक है, जो पैर की उंगलियों से लेकर सिर तक पूरे शरीर को लाभ पहुंचाता है. भुजंगासन के कई चिकित्सीय लाभ हैं. अगर आप भुजंगासन के तकनीकी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए स्टप बाई स्टेप तरीके से इसका अभ्यास करते हैं, तो आप इस महत्वपूर्ण योग मुद्रा के कई अज्ञात लाभों को प्राप्त कर सकते हैं. अगर आपको शुरुआत में भुजंगासन का अभ्यास करने में कठिनाई हो रही है, तो आपको पहले अर्ध भुजंगासन करना चाहिए. यहां इस कोबरा पोज यानि भुजंगासन के कुछ फायदों के बारे में जानें.
भुजंगासन करने के स्वास्थ्य लाभ | Health Benefits Of Doing Bhujangasana
थायराइड की समस्याओं को रोकें: भुजंगासन थायरॉयड के साथ-साथ पैराथायरायड ग्रंथियों के लिए भी अच्छा माना जाता है. यह इन ग्रंथियों को स्ट्रेच करता है जिससे थायराइड रोग के लक्षणों को कम करने में मदद मिलती है. यह गले के क्षेत्र और थायरॉयड ग्रंथि के स्वास्थ्य को पुनर्जीवित करने में भी मदद करता है.
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किडनी के लिए अच्छा: कोबरा पोज का अभ्यास किडनी के स्वास्थ्य को समग्र रूप से बनाए रखने में फायदेमंद माना जाता है. यह आसन किडनी को सिकोड़कर रुके हुए रक्त को निकालने में मदद कर सकता है. ये पोज किडनी की कार्यक्षमता के साथ पूरे शरीर के स्वास्थ्य में सुधार कर सकता है.
पीठ दर्द का इलाज करता है: पीठ दर्द के इलाज के लिए यह सबसे अच्छे योग आसनों में से एक है. यह पूरे रीढ़ की हड्डी के क्षेत्र में सुखदायक खिंचाव प्रदान करता है और साथ ही साथ कशेरुक स्तंभ के आसपास की मांसपेशियों को ढीला करता है. यह हेल्दी रीढ़ के लिए काफी प्रभावी माना जाता है.
अस्थमा के लिए अच्छा: कोबरा पोज छाती बढ़ाने और फेफड़ों को हेल्दी रखने में मदद करता है जिससे फेफड़ों के आंतरिक क्षेत्र के विस्तार में मदद मिलती है. फेफड़ों की क्षमता बढ़ाकर सांस से जुड़ी समस्याओं को रोका जा सकता है.
पाचन प्रक्रिया को बढ़ाएं: माना जाता है कि भुजंगासन के नियमित अभ्यास से गैस्ट्रिक जूस का उचित स्राव होता है, जो गैस्ट्रिक समस्याओं जैसे अपच, कब्ज आदि पर काम करता है. यह पेट के अंगों जैसे पेट, अग्न्याशय, लीवर और पित्ताशय की मालिश भी करता है.
साइटिक दर्द से राहत: साइटिका के रोगियों को नियमित रूप से नाग मुद्रा का अभ्यास करना चाहिए. यह न केवल आपके दर्द को कम करता है बल्कि समस्याओं को हमेशा के लिए ठीक कर देता है.
स्ट्रेस को कम करता है: तनाव और चिंता पर काबू पाने में आसन प्रभावी है. कुछ ग्रंथियों के हार्मोन हमारे मन और शरीर के लिए अच्छे होते हैं और तनाव को दूर करते हैं.
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गठिया से राहत: कोर्टिसोन अधिवृक्क ग्रंथियों द्वारा स्रावित एक हार्मोन है. भुजंगासन इस हार्मोन के सही स्राव को बनाए रखने और प्रोत्साहित करने में मदद करता है और गठिया को कम करने में बहुत उपयोगी पाया गया है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.