Monsoon Skin Care Routine: सूरज की तपती गर्मी (Summer) के बाद यकीनन बारिश (Monsoon) और बौछारें एक बड़ी राहत देती हैं. लेकिन इस मौसम में आपकी स्किन का ख्याल (Skin Care) रखने की और भी ज्यादा जरूरत बढ़ जाती है. गर्मी और सर्दी से उलट मानसून के मौसम में स्किन केयर रूटीन (Monsoon Skin Care Routine) बिल्कुल बदल जाता है. इस मौसम में ज्यादातर लोग मॉइस्चराइजर और सनस्क्रीन (Sunscreen) को स्किप कर देते हैं जबकि ऐसा करना आपकी त्वचा को नुकसान (Damage Skin) पहुंचा सकता है. मॉनसून के खुशनुमा मौसम के बीच अपनी स्किन का किस तरह ख्याल रखना है और कैसा होना चाहिए आपका स्किन केयर रूटीन चलिए आपको बताते हैं इस खबर में.
ऐसा होना चाहिए मॉनसून स्किनकेयर रूटीन (Monsoon Skin Care Routine)
1. स्किन टाइप लो पहचानें
मॉनसून स्किन केयर रूटीन का सबसे इंर्पोटेंट फैक्टर है आपका स्किन टाइप. हम में से ज्यादातर लोग अपने स्किन टाइप को समझे बिना स्किन प्रोडक्ट का इस्तेमाल करते हैं जो एक आम गलती है. मानसून में अपने स्किन का ख्याल रखने के लिए सबसे पहले अपने स्किन टाइप की पहचान करना जरूरी है. जैसे आपको यह पता होना चाहिए कि आपकी स्किन ऑयली है ड्राई है या फिर ड्राई और ऑयली स्किन का कॉन्बिनेशन है. कहीं आपकी स्किन में ब्रेकआउट और पिंपल्स जल्दी तो नहीं होते या फिर त्वचा में केमिकल प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल किया जा सकता है.
2. स्किन क्लीनिंग है बेहद जरूरी
दिन में कम से कम दो जेंटल पीएच-बैलेंस फेस वॉश का इस्तेमाल करना चाहिए. ऐसा करने से किन को नुकसान पहुंचाए बिना स्किन इंप्योरिटीज को खत्म करने में मदद मिलती है. इसके लिए एक ऐसे प्रोडक्ट का इस्तेमाल किया जाना चाहिए जो स्किन पर सीबम प्रोडक्शन को रेगुलेट कर सके. ऑयली स्किन वाले लोग सैलिसिलिक एसिड रिच क्लींजर का उपयोग कर सकते हैं जो मुँहासे को कंट्रोल कर सकते हैं. ड्राई स्किन में हाइड्रेटिंग क्लींजर का सहारा लिया जा सकता है, जो मानसून के दौरान स्किन को ड्राई किए बिना उसे साफ कर सकता है.
3. अपनी त्वचा को अच्छे से मॉइस्चराइज़ करें
मॉइश्चराइजर एक ऐसा प्रोडक्ट है जो सर्दी, गर्मी और बरसात तीनों ही सीजन में आपकी स्किन के लिए जरूरी है.. मौसम भले ही कितना मॉइस्ट क्यों ना हो स्किन को हमेशा हाइड्रेटेड रखने के लिए मॉइस्चराइजर लगाना स्किन रूटीन का हिस्सा होना चाहिए. मॉइस्चराइजर स्किन को नमी पहुंचाता है जिससे ड्राई मौसम में भी आपकी स्किन तरोताजा और सॉफ्ट बनी रहे. चिपचिपाहट से बचने के लिए मानसून के दौरान हल्का मॉइस्चराइजिंग फॉर्मूला चुनने की सलाह दी जाती है.
4. स्किन सीरम
सीरम स्किन को एसेंशियल विटामिन देने और स्किन को बूस्ट करने में मदद करते हैं. सिरम कई तरह के हो सकते हैं जो आपकी स्किन टाइप के हिसाब से हो सकते हैं. ड्राई स्किन या फिर ऑयली स्किन के हिसाब से आप स्किन सीरम चूज कर सकते हैं.विटामिन सी रिच सीरम एक प्रभावी एंटीऑक्सीडेंट के रूप में कार्य करके त्वचा की डलनेस और रेडनेस को कम करने में मदद कर सकता है, खासकर मानसून के दौरान. सैलिसिलिक एसिड फेस सीरम तेल, मुँहासे और ब्लैकहेड्स को कम कर सकता है. ऐसे सीरम जो हाइड्रेटिंग और चिपचिपे नहीं होते हैं वो मानसून के लिए परफेक्ट होते हैं.
5. SPF को न करें मिस
मानसून का मतलब ये बिल्कुल भी नहीं है कि आप सनस्क्रीन न लगाएं. मानसून में स्किन को सन प्रोटेक्शन और युवी रेज़ से बचाने के लिए SPF लगाना बहुत जरूरी है. यूवी किरणों को त्वचा में प्रवेश करने से रोकने के लिए किसी भी स्किन केयर रूटीन के लिए सनस्क्रीन एक शर्त है. किसी भी कारण से एसएफपी को कभी मिस नहीं करना चाहिए. क्योंकि भले ही आप मानसून में बाहर निकल रहे हैं लेकिन सूरज से निकलने वाली UV रेज़ स्किन को सीधा नुकसान पहुंचा सकती है. ये सनबर्न और एजिंग का कारण बन सकती हैं. बादल, बरसात, तूफान होने पर भी सनस्क्रीन लगाना जरूरी है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.