Thyroid और Diabetes वाले इन 5 कारगर टिप्स को अपनाकर घटाएं अपना Body Fat, कंट्रोल में रहेगी बीमारी

Weight Loss Tips: वजन घटाने के लिए 3 सबसे जरूरी चीजें पौष्टिक डाइट, मीडियम साइज पोर्शन और डेली एक्सरसाइज हैं, लेकिन अगर आपको प्री-डायबिटीज और हाइपोथायरायडिज्म है तो और भी सावधानी बरतने की जरूरत हो सकती है.

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Weight Loss: कई लोग इन दोनों कंडिशन की वजह से मोटापे के शिकार भी हो जाते हैं.
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  • प्रीडायबिटीज और हाइपोथायरायडिज्म वालों के लिए प्रभावी वेट लॉस टिप्स.
  • कई लोग इन दोनों कंडिशन की वजह से मोटापे के शिकार भी हो जाते हैं.
  • हार्मोन को कंट्रोल करने और हेल्दी वेट बनाए रखने में नींद बहुत जरूरी है.
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Thyroid And Diabetes: प्रीडायबिटीज और हाइपोथायरायडिज्म दो मेडिकल कंडिशन हैं जो वजन घटाने के प्रयासों को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकती हैं. टाइप-2 डायबिटीज शरीर में ब्लड शुगर लेवल बढ़ने और हाइपोथायरायडिज्म थायराइड हार्मोन के अपर्याप्त प्रोडक्शन से होता है, जिससे मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है. कई लोग इन दोनों कंडिशन की वजह से मोटापे के शिकार भी हो जाते हैं. यहां प्री-डायबिटीज और हाइपोथायरायडिज्म वाले व्यक्तियों के लिए वजन घटाने के लिए कुछ टिप्स हैं.

प्रीडायबिटीज और हाइपोथायरायडिज्म वालों के लिए प्रभावी वेट लॉस टिप्स:

1) डेली फिजिकल एक्टिविटी करें

प्री डायबिटीज और हाइपोथायरायडिज्म वालों के लिए वजन घटाने और ग्लाइसेमिक कंट्रोल में व्यायाम एक जरूरी कारक है. डेली फिजिकल एक्टिविटी इंसुलिन सेंसिटिविटी और ग्लूकोज में सुधार कर सकती है, जिससे बेहतर ग्लाइसेमिक कंट्रोल हो सकता है. व्यायाम भी मेटाबॉलिज्म को उत्तेजित कर सकता है और वजन घटाने में योगदान देता है.

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2) पर्याप्त नींद

हार्मोन को कंट्रोल करने और हेल्दी वेट बनाए रखने में नींद बहुत जरूरी है. नींद की खराब क्वालिटी से हार्मोनल असंतुलन हो सकता है और वजन बढ़ने का खतरा बढ़ सकता है. हर रात 7-9 घंटे की अच्छी नींद लेना हार्मोन को कंट्रोल करके और स्ट्रेस लेवल को कम करके वजन घटाने को सपोर्ट करता है.

3) स्ट्रेस मैनेजमेंट

स्ट्रेस हार्मोन वजन बढ़ने का जोखिम बढ़ा सकता है. तनाव कम करने वाली एक्टिविटी में शामिल होना, योग, डीप ब्रीदिंग लेना, स्ट्रेस को मैनेज करने और वजन घटाने के प्रयासों का सपोर्ट करने में मदद कर सकता है.

4) निगरानी करना

ब्लड ग्लूकोज और थायराइड हार्मोन लेवल की नियमित निगरानी जरूरी है. कुछ मामलों में हार्मोन को रेगुलेट करने और वजन घटाने के प्रयासों को सपोर्ट करने के लिए दवा जरूरी हो सकती है.

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5) बैलेंस डाइट

ब्लड शुगर लेवल को रेगुलेट करने और तृप्ति को बढ़ावा देने के लिए फाइबर, प्रोटीन और हेल्दी फैट से भरपूर एक बैलेंस डाइट जरूरी है. फाइबर ग्लूकोज अवशोषण को धीमा कर सकते हैं, जिससे ग्लाइसेमिक कंट्रोल में सुधार होता है. एक हाई-प्रोटीन डाइट भोजन के थर्मोजेनिक प्रभाव को बढ़ा सकता है और मांसपेशियों को बनाए रखने में सहायता कर सकता है, जो हेल्दी मेटाबॉलिज्म के लिए जरूरी है. प्रोसेस्ड फूड्स, शुगरी ड्रिंक्स और हाई कैलोरी वाले स्नैक्स को सीमित करने या उससे बचने की सलाह दी जाती है.

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अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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