एक दिन में कितनी बार पलकें झपकाना नॉर्मल? इतने से कम झपकते हैं तो जल्दी कमजोर हो जाएंगी आंखें

Normal Blink Rate Per Day: आप एक दिन में कितनी बार पलकें झपकाते हैं? इस सवाल का जवाब बहुत कम लोग ही जानते होंगे. यहां जानिए कितनी बार पलकें झपकाने से आंखें पूरी तरह से स्वस्थ रहती हैं.

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Normal Blink Rate Per Day: एक दिन में कितनी बार पलकें झपकाना सामान्य है?

Normal Blink Rate Per Day: क्या आपने कभी सोचा है कि हम दिनभर में कितनी बार पलकें झपकाते हैं? शायद नहीं. क्योंकि यह एक ऐसा काम है जो हम बिना सोचे-समझे करते हैं. लेकिन, यही छोटी-सी क्रिया हमारी आंखों की सेहत के लिए बेहद जरूरी है. अगर आप बहुत कम बार पलकें झपकाते हैं, तो आपकी आंखें जल्दी थक सकती हैं, सूख सकती हैं और कमजोर हो सकती हैं. आज की डिजिटल लाइफस्टाइल में हम घंटों कंप्यूटर, मोबाइल और टीवी स्क्रीन के सामने रहते हैं. इस दौरान हमारी पलकें सामान्य से बहुत कम बार झपकती हैं, जिससे आंखों में ड्रायनेस, जलन और थकावट जैसी समस्याएं होने लगती हैं. रिसर्च के अनुसार एक दिन में कितनी बार पलकें झपकाना सामान्य है और कम झपकने से क्या नुकसान हो सकता है? आइए यहां जानें.

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रिसर्च क्या कहती है?

हेल्थ लाइन के अनुसार, एक स्वस्थ व्यक्ति औसतन 15 से 20 बार प्रति मिनट पलकें झपकाता है. इसका मतलब है कि एक घंटे में लगभग 900 से 1,200 बार और पूरे दिन में 14,400 से 19,200 बार पलकें झपकाना सामान्य माना जाता है. हर बार पलक झपकने में लगभग 0.1 से 0.4 सेकंड का समय लगता है, जो हमारे जागने के समय का लगभग 10 प्रतिशत हिस्सा होता है.

पलक झपकाने के फायदे - (Benefits of Blinking)

आंखों को नमी देना: हर बार जब हम पलकें झपकाते हैं, तो आंखों पर एक नई टियर फिल्म (आंसुओं की परत) फैलती है, जो आंखों को सूखने से बचाती है.
ऑक्सीजन पहुंचाना: आंखों की सतह पर ब्लड वेसल्स नहीं होतीं, इसलिए उन्हें टियर फिल्म के जरिए ऑक्सीजन मिलती है.
धूल और बैक्टीरिया हटाना: पलकें झपकाने से आंखों में मौजूद धूल, पराग और बैक्टीरिया साफ होते हैं.
दिमाग को आराम देना: हर बार पलक झपकने से दिमाग को एक छोटा ब्रेक मिलता है, जिससे फोकस बेहतर होता है.

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कम पलकें झपकाने से क्या नुकसान? - (What Is The Harm From Blinking Less?)

ड्राय आई सिंड्रोम: आंखों में सूखापन, जलन और खुजली की समस्या.
ब्लरी विजन: टियर फिल्म की कमी से धुंधला दिखना शुरू हो सकता है.
इंफेक्शन का खतरा: बैक्टीरिया और धूल आंखों में जमा हो सकते हैं.
थकावट और दर्द: लगातार स्क्रीन देखने से आंखें थक जाती हैं और दर्द होने लगता है.

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क्या करें?

  • स्क्रीन पर काम करते समय हर 20 मिनट में 20 सेकंड के लिए दूर देखें (20-20-20 रूल).
  • जानबूझकर पलकें झपकाएं, खासकर जब आप स्क्रीन पर हों.
  • आंखों को आराम देने के लिए गर्म पानी की पट्टी या आंखों के व्यायाम करें.

पलक झपकाना एक छोटी-सी क्रिया है, लेकिन इसका असर आंखों की सेहत पर बहुत बड़ा होता है. अगर आप दिनभर स्क्रीन पर रहते हैं, तो अपनी आंखों की सुरक्षा के लिए बार-बार पलकें झपकाना न भूलें. तेज नजर सिर्फ देखने के लिए नहीं, जिंदगी को बेहतर समझने के लिए भी जरूरी है.

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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