कैसे काम करते हैं हमारे फेफड़े, क्या है पूरी बॉडी तक ऑक्सीजन पहुंचने की पूरी प्रक्रिया

Lungs Health: अगर आपके मन में सवाल उठ रहा है कि आखिर फेफड़े कैसे काम करते हैं तो इस लेख में डॉक्टर अरविंद कुमार से इन्हीं सब सवालों के जवाब जानने के लिए पढ़ते रहें.

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जब हम हवा में सांस लेते हैं, जो उसमें 20 प्रतिशत ऑक्सीजन होती है.

Lungs Health: अक्सर हम सभी ने बॉलीवुड के गानों में दिल और धड़कन के बारे में सुना है, लेकिन कभी किसी भी गाने में फेफड़ों का जिक्र नहीं हुआ है, जबकि फेफड़े हमाLरे शरीर के श्वसन तंत्र का एक जरूरी हिस्सा हैं, जो शरीर को ऑक्सीजन प्रदान करने और कार्बन डाइऑक्साइड को बाहर निकालने का काम करते हैं. ऐसे में अगर आपके मन में सवाल उठ रहा है कि आखिर फेफड़े कैसे काम करते हैं तो इस लेख में डॉक्टर अरविंद कुमार से इन्हीं सब सवालों के जवाब जानने के लिए पढ़ते रहें.

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कैसा होता है फेफड़े का स्ट्रक्चर? (Structure of The Lungs)

जहां से हम सभी सांस लेते हैं, उसे नॉस्ट्रिल (Nostrils) कहते है. ठीक उसके नीचे सांस की नली (Windpipe) की शुरुआत होती है. यही से ही ऑक्सीजन छाती में जाती है, जो फेफड़ों के दाएं-बाएं हिस्से में बंट जाती है. जो लोग नहीं जानते उन्हें बता दें, श्वासनली यानी सांस की नली दो मुख्य ब्रांकाई (Bronchi) में विभाजित होती है. जिसके बाद फेफड़ों में दो से ज्यादा डिवीजन, सब डिवीजन मल्टीप्लाई होते रहते हैं, जिसे "Alveoli" कहते हैं. जिसके बाद जो लास्ट में सब डिविजन होता है, उसे "Lung Terminal Bronchiole" कहा जाता है, जो एक गुब्बारे के जैसे स्ट्रक्चर में समाप्त होता है.

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हवा में कितने प्रतिशत होती है ऑक्सीजन

डॉक्टर ने बताया की जब हम हवा में सांस लेते हैं, जो उसमें 20 प्रतिशत ऑक्सीजन होती है, जिसके बाद ऑक्सीजन फेफड़ों में फैले हुए सभी सब डिविजन से होती हुई "Terminal Bronchiole" तक पहुंच जाती है. बता दें, "Terminal Bronchiole" की दीवार पर बहुत पतली-पतली खून की नलियां होती है, जिसमें खून बहता है, जिसके बाद जब हम सांस लेते हैं तो ऑक्सीजन "Terminal Bronchiole" के जरिए खून में चली जाती है.

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डॉक्टर ने आगे बताया कि जब फेफड़ों के अंदर खून दिल से आता है तो उसका रंग नीला होता है और उसमें ऑक्सीजन की मात्रा कम होती है, जिसके बाद जब नीले रंग का खून और "Alveoli" के अंदर की हवा का एक्सचेंज होता है, "Alveoli" से ऑक्सीजन खून में आ जाता है और और खून में से कार्बन डाई ऑक्साइड "Alveoli" में आ जाता है जिसे हम सांस केजरिए से बाहर छोड़ देते हैं और इस तरह से हमारे फेफड़े अपना काम करते हैं. उन्होंने कहा, जन्म के साथ ही ये प्रक्रिया शुरू हो जाती है.

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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