Piles Diet: रोजाना की 5 आदतें आपको बना सकती हैं बावासीर का मरीज, आज ही छोड़ दें और अपनाएं ये डाइट टिप्स

Causes Of Piles: कई लोगों को नहीं पता होता कि बावासीर क्यों होती है और किन लोगों को हो सकती है. बावासीर का इलाज कैसे किया जा सकता है. यहां वह सब कुछ है जो आपको जानने की जरूरत है.

Piles Diet: रोजाना की 5 आदतें आपको बना सकती हैं बावासीर का मरीज, आज ही छोड़ दें और अपनाएं ये डाइट टिप्स

Causes Of Piles: यह सभी एज ग्रुप में आम है और महिला-पुरुष दोनों को प्रभावित करता है.

खास बातें

  • यह सभी एज ग्रुप में आम है और महिला-पुरुष दोनों को प्रभावित करता है.
  • बावासीर में खुजली, दर्द, बेचैनी और ब्लीडिंग जैसे लक्षण होते हैं.
  • यहां इस बीमारी के बारे में वह सब कुछ है जो आपको जानने की जरूरत है.

Reason Of Piles Disease: बवासीर एनोरेक्टल क्षेत्र के आसपास रक्त वाहिकाओं की सूजन को कहा जाता है, जो आंतरिक, बाहरी या दोनों हो सकती है. वे इन ब्लड वेसल्स में बढ़ते दबाव के कारण होते हैं, जो लंबे समय तक कब्ज या शौच के दौरान तनाव के कारण विकसित होते हैं. यह सभी एज ग्रुप में आम है और महिला-पुरुष दोनों को प्रभावित करता है. बावासीर में खुजली, दर्द, बेचैनी, बाउल मूवमेंट डिसऑर्डर और ब्लीडिंग जैसे लक्षण होते हैं. बावासीर का कारण एक नहीं बल्कि कई हो सकते हैं. बावासीर की वजह आपकी कुछ आदतें भी हो सकती हैं. कई लोगों को नहीं पता होता कि बावासीर क्यों होती है? और बावासीर का इलाज कैसे किया जा सकता है. यहां वह सब कुछ है जो आपको जानने की जरूरत है.

आदतें जो बवासीर का कारण बन सकती हैं | Habits That Can Cause Piles

1) भारी वजन उठाना, लो फाइबर वाले पूड्स का सेवन करना, गर्म और मसालेदार भोजन करना, मोटापा, लंबे समय तक बैठे रहना और मल त्याग के दौरान जोर लगाना बवासीर का कारण बनता है.

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2) बवासीर के इलाज में डाइट बड़ी भूमिका निभाता है. फाइबर की मात्रा, हरी सब्जियां, फल और पानी का सेवन कम मात्रा में किया जाता है.

हम ऑयली और तली हुई चीजों का सेवन भी बढ़ा देते हैं. डाइट में यह असंतुलन पाचन को कम कुशल बनाता है. कम पानी का सेवन एक अतिरिक्त कारक है जो कब्ज को बढ़ाता है.

कॉफी एक अन्य संभावित कारक है क्योंकि अत्यधिक कॉफी का सेवन मल त्याग को धीमा कर सकता है और मौजूदा बवासीर को बढ़ा सकता है.

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जो लोग लगातार कब्ज और पुरानी मल त्याग से पीड़ित होते हैं उन्हें बवासीर होने की संभावना अधिक होती है.

बवासीर के लिए डाइट संबंधी टिप्स | Diet Tips For Piles

हमें अपनी डाइट में संतुलन बनाना चाहिए, नियमित रेशेदार भोजन जैसे सब्जियां, साबुत अनाज और फलों के साथ-साथ पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन करना चाहिए.

बवासीर के इलाज के दौरान क्या खाना चाहिए? | What Should Be Eaten During The Treatment Of Piles?

बवासीर से पीड़ित व्यक्ति के लिए फलियां खाना सबसे आरामदायक भोजन है. यह आसानी से पचने योग्य होता है और बवासीर की स्थिति के कारण होने वाली जलन और सूजन से पेट की ख़राबी को भी दूर करता है. साबुत अनाज जैसे ब्राउन राइस, मक्का, ओट्स और जौ भी बवासीर को कंट्रोल करने के लिए डाइट का एक अनिवार्य हिस्सा होना चाहिए. साबुत अनाज सुचारू पाचन प्रक्रिया और पेट की कार्यप्रणाली के लिए फायदेमंद होते हैं. डाइट चेंजेस जरूरी हैं और फैटी पूड्स में कटौती किए बिना बवासीर से ठीक नहीं हो सकते हैं. ब्रोकली, शकरकंद, शलजम और गाजर भी क्रेविंग के लिए हेल्दी विकल्प हो सकते हैं और इसमें हाई लेवल का पोषण भी होता है.

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पाइल्स का इलाज कैसे करें? (How To Cure Piles?)

ज्यादातर लोग बवासीर को ठीक करने के लिए घरेलू नुस्खों का सहारा लेते हैं लेकिन दुर्भाग्य से घरेलू नुस्खों से स्थायी राहत नहीं मिलती है. वे केवल पाइल्स की गंभीरता को कम करने में मदद करते हैं और पाइल्स के कारण होने वाले दर्द और परेशानी के लिए एक अस्थायी समाधान प्रदान करते हैं.

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अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है.