क्या है Glycemic Index? डायबिटीज के मरीजों के लिए कौन से Foods का सेवन है फायदेमंद, यहां जानें वो फूड्स

What Foods Eat In Diabetes: मधुमेह एक ऐसी स्थिति है जिसमें व्यक्ति का ब्लड शुगर कंट्रोल से बाहर हो जाता है. ऐसे लोग इंसुलिन का पर्याप्त उत्पादन करने में सक्षम नहीं होते जिससे उनके ब्लड शुगर के लेवल में बढ़ोतरी हो जाती है.

विज्ञापन
Read Time: 25 mins
Diabetes Foods Chart: अगर है आपको डायबिटीज तो जानें कौन से फ़ूड हैं फायदेमंद.

शरीर को स्वस्थ और फिट रखने में जीवनशैली के साथ हमारा खानपान अहम भूमिका निभाता है. वहीं अगर कोई व्यक्ति मधुमेह यानी डायबिटीज जैसी बीमारी से पीड़ित है तो सही लाइफस्टाइल और फूड और भी ज्यादा जरूरी हो जाता है. ऐसा इसलिए क्योंकि मधुमेह एक ऐसी स्थिति है जिसमें व्यक्ति का ब्लड शुगर कंट्रोल से बाहर हो जाता है. ऐसे लोग इंसुलिन का पर्याप्त उत्पादन करने में सक्षम नहीं होते जिससे उनके ब्लड शुगर के लेवल में बढ़ोतरी होती है. हालांकि, सही भोजन से स्थिति को नियंत्रण में रखा जा सकता है. कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले खाद्य पदार्थ खाने से ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है. यहां हम डायबिटीज से पीड़ित लोगों को क्या खाना चाहिए क्या नहीं खाना चाहिए इस बारे में विस्तार से बता रहे हैं.


ग्लाइसेमिक इंडेक्स क्या है-What Is Glycemic Index?
ग्लाइसेमिक इंडेक्स किसी भी खाद्य पदार्थ को खाने के बाद रक्त शर्करा के स्तर पर उसके प्रभाव को मापने का एक तरीका है. यह भोजन में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा की तुलना खाने पर रक्त शर्करा पर पड़ने वाले प्रभाव से काम करता है. खाद्य पदार्थों को ग्लाइसेमिक इंडेक्स स्कोर दिया जाता है, उन्हें निम्न, मध्यम और उच्च के रूप में लेवल किया जाता है. 55 और उससे कम जीआई स्कोर वाले खाद्य पदार्थ ग्लाइसेमिक इंडेक्स पर कम होते हैं, हालांकि, 70 और उससे अधिक जीआई स्कोर वाले खाद्य पदार्थ ग्लाइसेमिक इंडेक्स पर उच्च होते हैं. कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फूड मधुमेह वाले लोग खा सकते हैं. 

Weight Loss: वजन घटाने के लिए बहा रहे हैं पसीना तो किचन में रखी इस चीज को एक बार जरूर करें ट्राई, मिलेंगे चौकाने वाले फायदे

Advertisement



डायबिटीज में कौन से फूड खाने चाहिए- What Foods Should Be Eaten In Diabetes:

1. फल
सेब, संतरे, चेरी और एप्रीकॉट जैसे फलों को डायबिटीज के मरीज खा सकते हैं. चेरी का ग्लाइसेमिक इंडेक्स 20 के करीब होता हैं. ड्राई एप्रीकॉट का ग्लाइसेमिक इंडेक्स पर स्कोर 32 हैं. यह विटामिन ए, ई और अन्य महत्वपूर्ण पोषक तत्वों से भी भरा होता है. सेब का ग्लाइसेमिक इंडेक्स स्कोर 39 हैं. यह फल सिर्फ मधुमेह में ही नहीं, यह अन्य स्थितियों से पीड़ित लोगों के लिए अच्छा है. वहीं संतरे का ग्लाइसेमिक इंडेक्स पर स्कोर 40 हैं. ये विटामिन सी और फाइबर का भी एक अच्छा स्रोत हैं. 

Advertisement

Egg Nutrition: अंडे में होती है कितनी कैलोरी, कॉर्ब और प्रोटीन, जानें अंडा खाने के फायदे और नुकसान

2. हरी पत्तेदार सब्जियां
पालक, मेथी, बथुआ और अन्य पत्तेदार सब्जियां आवश्यक विटामिन, खनिज और पोषक तत्वों से भरपूर होती हैं. इनमें पचने योग्य कार्बोहाइड्रेट्स की मात्रा भी कम होती हैं जिससे ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है. ये आयरन से भरपूर होने के कारण शरीर में रक्त के प्रवाह भी सुधारता हैं. पालक जैसी हरी पत्तेदार सब्जियों को आप सूप, जूस, सब्जी, दाल, सलाद आदि में शामिल कर सकते हैं.

3. अनाज (होल ग्रेन्स)
होल ग्रेन्स में रिफाइंड व्हाइट ग्रेन्स की तुलना में ज्यादा फाइबर और पोषक तत्व होते हैं. मधुमेह वाले लोगों के लिए हाई फाइबर डाइट लेना महत्वपूर्ण है क्योंकि फाइबर पाचन प्रक्रिया को धीमा कर देता है. पोषक तत्वों का धीमा अवशोषण ब्लड शुगर के लेवल को स्थिर रखने में मदद करता है. सफेद ब्रेड और चावल की तुलना में होल व्हीट (गेहूं) और होल ग्रेन का ग्लाइसेमिक इंडेक्स (जीआई) स्कोर भी कम होता है. इसका मतलब है कि उनका रक्त शर्करा पर कम प्रभाव पड़ता है. इसलिए डायबिटीज के रोगियों को ब्राउन राइस, किनोआ, बाजरा जैसी चीजों को डाइट में शामिल करना चाहिए.

4. शकरकंद
शकरकंद में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा ज्यादा होती है, लेकिन यह पोषक तत्वों और फाइबर से भी भरपूर होता है. शकरकंद को उबालने के बजाय बेक या रोस्ट करके खाना चाहिए. बेक या रोस्ट किए शकरकंद का जीआई इंडेक्स में स्कोर कम होता है. 

Advertisement

Reasons Of Constipation: सुबह फ्रेश होने में आती है दिक्कत, तो इन 3 चीजों को पीना छोड़ दें

5. दूध
दूध प्रोटीन और कैल्शियम का अच्छा स्रोत माना जाता है. गाय का दूध डायबिटीज के रोगी के लिए काफी फायदेमंद हो सकता है.

Advertisement

 अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

Featured Video Of The Day
Parliament: 'मुझे अंदर जाने से रोक रहे थे': कैसे हुई धक्का-मुक्की Rahul Gandhi ने खुद बताया