4th Sawan Somwar Vart : भगवान शिव (Lord Shiv) की महिमा का वर्णन करने वाले शिव पुराण में महादेव को पंचदेवों में प्रधान अनादि सिद्ध परमेश्वर बताया गया है. सावन (Sawan) महादेव का सबसे प्रिय महीना है. इस माह भगवान शिव की पूजा अर्चना करने के कई उपाय हैं. इस बार 22 जुलाई से शुरू हुए सावन माह के तीन सोमवार व्रत हो चुके हैं लेकिन दो सोमवार व्रत अब भी शेष हैं. सावन में सोमवार का व्रत रखने से भगवान शिव भक्तों पर असीम कृपा करते हैं जिससे जीवन के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं और सुख समृद्धि में वृद्धि होती है. आइए जानते हैं सावन सोमवार के चौथे व्रत (4th Sawan Somwar vart) की तिथि और पूजा विधि…
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सावन में चौथा सोमवार व्रत
22 जुलाई से शुरू हुए सावन माह में चौथे सोमवार का व्रत 12 अगस्त को है. इसके पांच सावन पूर्णिमा के दिन अंतिम और पांचवां व्रत होगा.
चौथे सावन सोमवार व्रत के मुहूर्त
- सबसे उत्तम अमृत मुहूर्त सुबह 5 बजकर 45 मिनट से सुबह 7 बजकर 25 मिनट तक
- इसके बाद शुभ मुहूर्त सुबह के 9 बजकर 6 मिनट से सुबह 10 बजकर 46 मिनट तक
- शाम की पूजा शाम 5 बजकर 28 मिनट से रात 8 बजकर 28 मिनट तक
चौथे सावन सोमवार व्रत पूजा विधि
सावन में चौथे सोमवार का व्रत रखने के लिए पानी में गंगाजल डालकर स्नान करने के बाद शुभ मूर्त में शिवलिंग का अभिषेक करें. इसके बाद घी, दही और शहद से धारा के रूप में अभिषेक करें. चंदन के तिलक लगाकर प्रभु को दीपक, फूल, बेलपत्र, भांग, शमी की पत्तियां और मिठाई चढ़ाएं. शिव चालीसा का पाठ करें और आरती के बाद प्रसाद ग्रहण करें. इस दिन दान करने से भी भगवान शिव प्रसन्न होते हैं.
सावन सोमवार पूजा मंत्र
सावन सोमवार का व्रत रखने पर खास मंत्र का जाप करना चाहिए.
ॐ नंदराज नमः
ॐ भूतनाथ नमः
ॐ कैलाश पति नमः
ॐ ज्योतिलिंग नमः
ॐ नटराज नमः
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)