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40% नौकरियों पर मंडराया AI का खतरा? घबराएं नहीं, बस सीख लें ये 6 काम और साल के कमाएं 25 से 35 लाख रुपये

TeamLease Digital AI Report 2025: यह रिपोर्ट इशारा करती है कि भारत अब केवल दुनिया का 'बैक ऑफिस' नहीं, बल्कि 'AI कैपिटल' बनने की राह पर है.

40% नौकरियों पर मंडराया AI का खतरा? घबराएं नहीं, बस सीख लें ये 6 काम और साल के कमाएं 25 से 35 लाख रुपये
2027 तक एआई क्षेत्र में 12.5 लाख नौकरियों का अनुमान, दुनिया का 16% टैलेंट भारत में होगा (प्रतीकात्मक तस्वीर)

Delhi News: भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था अब एक नई उड़ान भरने के लिए तैयार है. टीमलीज डिजिटल (TeamLease Digital) की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 2029-30 तक भारत की डिजिटल इकोनॉमी 1.2 ट्रिलियन डॉलर के जादुई आंकड़े को छू लेगी. इस विशाल तरक्की का सबसे बड़ा इंजन कोई और नहीं, बल्कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) है.

AI मार्केट और नौकरियों का सैलाब

रिपोर्ट के मुताबिक, भारत का AI मार्केट 2027 तक 17 अरब डॉलर तक पहुंच जाएगा. बाजार की इस बढ़त का सीधा और सकारात्मक असर रोजगार के क्षेत्र पर पड़ने वाला है, जिससे भारत जल्द ही दुनिया के 'ग्लोबल टैलेंट हब' के रूप में उभरेगा. अनुमान है कि 2027 तक देश में करीब 12.5 लाख AI प्रोफेशनल्स की एक बड़ी फौज तैयार होगी. वैश्विक स्तर पर भारत का दबदबा इस कदर बढ़ेगा कि दुनिया के कुल AI टैलेंट का लगभग 16 प्रतिशत हिस्सा अकेले भारत के पास होगा, जो देश को इस अत्याधुनिक तकनीक के क्षेत्र में एक ग्लोबल लीडर के रूप में स्थापित करेगा.

वो 6 काम जिनमें बरस रहा है पैसा (Salary Guide 2026)

पारंपरिक आईटी नौकरियों की मांग अब स्थिर हो रही है, लेकिन 'एंटरप्राइज-ग्रेड' AI स्किल्स के लिए कंपनियां करोड़ों का बजट लेकर बैठी हैं. रिपोर्ट ने 2026 की 6 सबसे बड़ी स्किल्स और उनकी सैलरी का खुलासा किया है.

AI स्किल (Skill)संभावित सालाना वेतन (Salary per Year)
सिमुलेशन गवर्नेंस₹26 लाख - ₹35 लाख
एजेंट डिजाइन₹25 लाख - ₹32 लाख
AI ऑर्केस्ट्रेशन₹24 लाख - ₹30 लाख
प्रॉम्ट इंजीनियरिंग₹22 लाख - ₹28 लाख
LLM सेफ्टी एंड ट्यूनिंग₹20 लाख - ₹26 लाख
AI कंप्लायंस एंड रिस्क ऑपरेशंस₹18 लाख - ₹24 लाख

क्या आपकी नौकरी खतरे में है? 40% जॉब्स पर असर

विश्व स्तर पर AI का प्रभाव व्यापक होने वाला है. रिपोर्ट के अनुसार, लगभग 40 प्रतिशत नौकरियां सीधे तौर पर AI से प्रभावित होंगी. सबसे ज्यादा असर आईटी सर्विस, हेल्थकेयर, बैंकिंग और फाइनेंस, कस्टमर एक्सपीरियंस सेक्टर्स में दिखेगा. एक्सपर्ट की मानें तो कंपनियां अब AI को सिर्फ डेटा साइंस तक सीमित नहीं रख रहीं, बल्कि इसे लीडरशिप, रिस्क मैनेजमेंट और ऑपरेशंस में भी लागू कर रही हैं.

बेंगलुरु, हैदराबाद और पुणे: AI के नए पावर सेंटर

भारत में AI क्रांति का केंद्र अब बेंगलुरु, हैदराबाद और पुणे जैसे प्रमुख शहर बन चुके हैं, जिन्हें देश के नए 'AI पावर सेंटर' के रूप में देखा जा रहा है. इन शहरों में बड़ी संख्या में मौजूद ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर (GCC) और AI-फर्स्ट स्टार्टअप्स की वजह से टैलेंट की मांग में जबरदस्त इजाफा हुआ है. वर्तमान में यहां सबसे अधिक महत्व मिड-लेवल प्रोफेशनल्स को दिया जा रहा है, क्योंकि वे अपनी विशेषज्ञता के जरिए जटिल व्यापारिक जरूरतों और वास्तविक समस्याओं को सीधे AI समाधानों के साथ जोड़ने में सक्षम हैं. इन शहरों का मजबूत इकोसिस्टम न केवल स्थानीय स्तर पर नौकरियां पैदा कर रहा है, बल्कि भारत को वैश्विक तकनीकी मानचित्र पर एक नई पहचान भी दिला रहा है.

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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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