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पीएम के पर्सनल सेक्रेटरी को कैसे चुना जाता है, जानिए सब कुछ

पीएम का पर्सनल सेक्रेटरी बनना एक टॉप-लेवल एडमिनिस्ट्रेटिव रोल है, जिसे सिर्फ सबसे भरोसेमंद और अनुभवी अफसर ही संभालते हैं. इस आर्टिकल में जानिए इस पद के लिए कैसे चुना जाता है, उनके रोल क्या होते हैं और उन्हें कितनी सैलरी मिलती है.

पीएम के पर्सनल सेक्रेटरी को कैसे चुना जाता है, जानिए सब कुछ
पीएमओ पर्सनल सेक्रेटरी

PM Personal Secretary Selection Process: प्रधानमंत्री का पर्सनल सेक्रेटरी… नाम सुनते ही लगता है यह कोई आम नौकरी नहीं है. यह पद देश के सबसे बड़े ऑफिस यानी प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) में काम करता है. मौजूदा समय में 2014 बैच की IFS अधिकारी निधि तिवारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पर्सनल सेक्रेटरी हैं. ऐसे में बहुत से लोग यह जानना चाहते हैं कि आखिर पीएम की पर्सनल सेक्रेटरी कैसे चुने जाते हैं, क्या-क्या काम करते हैं और कितनी सैलरी मिलती है. इस आर्टिकल में जानिए सब कुछ..

प्रधानमंत्री का निजी सचिव कौन होता है?

प्रधानमंत्री का पर्सनल सेक्रेटरी पीएम के रोजाना के कामों को सुचारू रूप से चलाने में मदद करता है. यह व्यक्ति पीएम के शेड्यूल, मीटिंग्स, दौरों, फाइलों, सरकारी विभागों से आने वाली जानकारी और बड़े फैसलों की तैयारी का पूरा को-ऑर्डिनेशन करता है. यह कोई क्लर्क या असिस्टेंट वाला रोल नहीं है बल्कि टॉप लेवल एडमिनिस्ट्रेटिव जिम्मेदारी है.

पीएम का पर्सनल सेक्रेटरी क्या-क्या काम करता है

1. प्रधानमंत्री के हर मिनट का शेड्यूल, हर फाइल, हर मीटिंग को मैनेज करना.

2. कौन मिल रहा है, कब बैठक है, किस विषय पर बात होगी, सब कुछ यह तय करता है.

3. हर मंत्रालय से आने वाली रिपोर्ट और डॉक्यूमेंट पीएम तक पहुंचाने का जिम्मा होता है.

4. देश-विदेश की मीटिंग और दौरों का प्लान तैयार करना.

5. पीएम तक सही जानकारी पहुंचाना और उनके फैसलों को आगे बढ़ाना इस पद की बड़ी जिम्मेदारी है.

6. गोपनीय मामलों को सुरक्षित रखना.

7. आपदा, राष्ट्रीय संकट या आपातकालीन हालात में अहम रोल निभाना.

पीएम का पर्सनल सेक्रेटरी कैसे चुना जाता है

इस पद पर किसी आम व्यक्ति को नहीं रखा जाता है. यह जिम्मेदारी सिर्फ उन अफसरों को दी जाती है, जिनके पास लंबा प्रशासनिक अनुभव, सरकार के कामकाज की अच्छी समझ और हाई लेवल की जिम्मेदारी निभाने की क्षमता हो. आमतौर पर इस पद के लिए IAS, IFS या IRS जैसी सर्विसेज के ऑफिसर चुने जाते हैं, जिनके पास 15-20 साल का अनुभव हो, जिन्होंने बड़े प्रशासनिक फैसलों, नीतियों और सरकारी सिस्टम में अहम भूमिका निभाई हो, जो गोपनीय और संवेदनशील मामलों को पूरी सतर्कता से संभाल सकें. यानी यह पद सबसे भरोसेमंद और टॉप क्लास अधिकारियों को ही मिलता है.

पीएम के पर्सनल सेक्रेटरी की सैलरी कितनी होती है

इस पद पर आमतौर पर सीनियर IAS-IFS अधिकारी होते हैं, इसलिए उनकी सैलरी भी उनके रैंक के हिसाब से होती है. उनकी एवरेज सैलरी 1.5 लाख से लेकर 2.5 लाख रुपए मंथली तक होती है. इसके अलावा सरकारी घर, कार, सिक्योरिटी, मेडिकल सुविधाएं, आधिकारिक विदेश यात्राओं के फायदे और विशेष भत्ते भी मिलते हैं.

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