दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों में सोमवार दोपहर बाद जोरदार बारिश (Delhi Rains) देखने को मिली, जिससे लोगों को उमस भरी गर्मी सेराहत मिली. भारतीय मौसम विभाग ने सोमवार को दिल्ली-एनसीआर में तेज बारिश का अनुमान जताया था . IMD के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर (हिंडन एयरफोर्स स्टेशन, इंदिरापुरम, नोएडा, गुरुग्राम ओर मनेसर) रोहतक, चरखी दादरी, झज्जर, फर्रुखनगर, कोसाली, रेवाड़ी, दादरी, देवबंद, शामली, खतौली के अलावा राजस्थान के अलवर, तिजारा नगर, डींग और लक्ष्मणगढ़ में अगले कुछ घंटों में तीव्र गति की बारिश हुई है. अगले दो दिनों में भी कई इलाकों में बरसात होने का अनुमान जताया गया है.
दिल्ली के कई इलाकों में सोमवार को दोपहर में अच्छी बारिश हुई जिससे लोगों को गर्मी से राहत मिली. दिल्ली के प्रमुख मौसम केंद्र सफदरजंग वेधशाला के अनुसार शाम 5ः30 बजे तक एक मिमी बारिश दर्ज की गई. पीतमपुरा में 77.5 मिमी बारिश हुई. वहीं दिल्ली विश्वविद्यालय में 11.4 मिमी जबकि नजफगढ़ में 4 मिमी बारिश दर्ज की गई. दिल्ली में मानसून ने दस्तक तो 30 जून को दे दी थी, लेकिन पिछले 10 दिनों से बारिश का कोई बड़ा वाकया दिल्ली-एनसीआर में देखने को नहीं मिला. राजधानी में सुबह उमस रही और 8.30 बजे सापेक्षिक आर्द्रता दर 75 प्रतिशत रही. लेकिन दोपहर के बाद से आसमान में बादल छाने लगे और फिर बारिश शुरू हो गई. दिल्ली के प्रमुख मौसम केंद्र सफदरजंग वेधशाला के अनुसार, पिछले 10 दिनों में सिर्फ 2.6 मिमी बारिश दर्ज की गई थी. सोमवार सुबह न्यूनतम तापमान 27.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. अधिकतम तापमान के 35 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है.
राजस्थान में मानसून के जोर पकड़ने के साथ ही पिछले 24 घंटे में कुछ जगहों पर मूसलाधार बारिश हुई. सबसे अधिक 13 सेंटीमीटर बारिश बूंदी के नैनवां में दर्ज की गई. मौसम विभाग के मुताबिक, रविवार से लेकर सोमवार की सुबह के बीच धौलपुर में 12 सेंटीमीटर, जबकि सीकर के लक्ष्मणगढ़ में 10 सेंटीमीटर पानी बरसा. विभाग ने बताया कि इस अवधि में सिरोही, बांसवाड़ा, जयपुर, भरतपुर, अजमेर, चूरू, बीकानेर और झुंझुनू समेत कुछ अन्य जिलों में भी कई जगहों पर अच्छी खासी बारिश हुई. मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के दौरान राज्य के बारां, कोटा, झालावाड़ और चित्तौड़गढ़ जिले में छिटपुट स्थानों पर भारी बारिश होने का अनुमान जताया है.
उधर, दक्षिण पश्चिम मानसून के कारण लगातार हो रही बारिश के कारण गुजरात और तेलंगाना में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है. दक्षिण और मध्य गुजरात के कई हिस्सों में भारी बारिश होने से कुछ नदियों का जलस्तर बढ़ गया और विभिन्न निचले इलाकों में पानी भर गया, जिसके कारण 1,500 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया. मौसम विभाग ने दक्षिण गुजरात के डांग, नवसारी और वलसाड जिलों में अगले पांच दिन में भारी से बहुत भारी बारिश होने का पूर्वानुमान जताया है. अधिकारियों ने बताया कि ओरसांग नदी का जलस्तर बढ़ने के बाद वलसाड के कुछ निचले इलाकों में बाढ़ आ गई. कावेरी और अंबिका नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, इसलिए नवसारी जिले के अधिकारी भी अलर्ट पर हैं.
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