मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल ने अगले साल भारत-श्रीलंका की मेजबानी वाले टी20 विश्व कप के कार्यक्रम का ऐलान कर दिया. मेगा इवेंट का आयोजन 7 फरवरी से शुरू होकर 8 मार्च तक दोनों ही देशों के 8 आयोजन स्थलों पर किया जाएगा. इसमें से 5 भारत और 3 वेन्यू श्रीलंका के शामिल हैं. बहरहाल, टूर्नामेंट के शेड्यूल के ऐलान के साथ ही सबसे बड़े सवाल ने भी टीम का पीछा करना शुरू कर दिया है. और जैसे-जैसे समय गतिवान होगा, तो इन सवालों को लेकर मीडिया और पंडितों के बीच चर्चा शुरू हो जाएगी. और ये सवाल उस मिथक से जुड़ा है, जो साल 2007 में खेले गए पहले टी20 विश्व के बाद साल 2009 में अगले संस्करण से ही जुड़ गए थे. अब जबकि पिछला विश्व कप भारत ने जीता है और साल 2026 संस्करण उपमहाद्वीप में ही होने जा रहा है, तो टीम सूर्यकुमार यादव पर इसका बोझ ज्यादा होगा.
भारत के पास मिथक तोड़ने की क्षमता है!
निश्चित तौर पर टीम सूर्यकुमार यादव के पास पिछले करीब 17 साल से चले आ रहे मिथक तोड़ने की क्षमता है. हालिया सालों में भारत ने इस फॉर्मेट में अपना स्तर खासा ऊंचा किया है. एक से बढ़कर के आतिशी बल्लेबाज और बॉलर टीम का हिस्सा हैं. ऐसे में उम्मीद की जा सकती है कि टीम सूर्यकमार यादव ये मिथक तोड़ने में कामयाब रहेगी कि करीब 19 साल के इतिहास में कोई भी टीम न तो खिताब का बचाव ही कर सकी है. और न ही कोई टीम अपने घर में विश्व कप जीत सकी है.
रोहित बने विश्व कप के ब्रांड एंबैस्डर
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल ने टूर्नामेंट के आगाज से लेकर साल 2024 में खिताब जीतने तक मेगा इवेंट के बड़े सफर का हिस्सा रहे रोहित को साल 2026 का ब्रांड एंबैस्डर नियुक्त किया है. आईसीसी ने खबर का ऐलान करते हुए जो वीडियो पोस्ट किया है, इसमें रोहित के हर विश्व कप के विजुअल का चंक शामिल किया है. निश्चित तौर पर यह भारतीय कप्तान के लिए एक बड़ी उपलब्धि है.
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