IPL: नेस वाडिया की 'हरकत' किंग्‍स XI के लिए पड़ सकती है भारी, हो सकती है यह कार्रवाई

IPL: नेस वाडिया की 'हरकत' किंग्‍स XI के लिए पड़ सकती है भारी, हो सकती है यह कार्रवाई

ड्रग्‍स रखने के मामले में नेस वाडिया को जापान में दो साल की सजा सुनाई गई है

खास बातें

  • किंग्‍स XI को करना पड़ सकता है निलंबन का सामना
  • इसी तरह के मामले में सीएसके को झेलना पड़ा था निलंबन
  • नेस से जुड़ा मामला अब जाचं के लिए कमीशन के पास जाएगा
नई दिल्ली:

Ness Wadia: जापान में छुट्टी के दौरान मादक पदार्थ (ड्रग्स) रखने के मामले में किंग्स इलेवन पंजाब (Kings XI Punjab)के सह-मालिक नेस वाडिया (Ness Wadia) को सुनाई गई दो साल की सजा के उनकी टीम के लिए भारी पड़ सकती है. इस सजा के कारण नेस की टीम किंग्‍स इलेवन पंजाब को निलंबन का सामना करना पड़ सकता है. इंडियन प्रीमियर लीग (IPL)के नियम के अनुसार, कोई टीम अधिकारी इस तरह की हरकत में शामिल न हो, जिससे टीम, लीग, बीसीसीआई या फिर खेल की की आलोचना हो या इसके लिए उसे शर्मिदा होना पड़े. अगर कोई टीम अधिकारी इस तरह की हरकत करते दोषी पाया जाता है तो उसकी टीम को निलंबित किया जा सकता है.

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अब किंग्स इलेवन पंजाब ((Kings XIP)और नेस वाडिया (Ness Wadia) से जुड़ा मामला जांच के लिए पहले कमीशन के पास जाएगा और फिर इसके बाद कमीशन इसे लोकपाल के पास भेजेगा. गौरतलब है कि इससे पहले टीम से जुड़े ऐसे ही नियमों के कारण चेन्नई सुपर किंग्स (CSK)और राजस्‍थान रॉयल्‍स (RR)को निलंबन झेलना पड़ा था. बीसीसीआई के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि ताजा मामले में पंजाब टीम की मुसीबतें भी बढ़ सकती हैं. बीसीसीआई के एक अधिकारी ने कहा, "लोढ़ा पैनल ने चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) को दो साल के लिए निलंबित किया था क्योंकि उनका अधिकारी सट्टेबाजी में पकड़ा गया था. इस मामले में किंग्‍स इलेवन के सह मालिक को आपराधिक कोर्ट द्वारा ड्रग्स रखने की सजा सुनाई है. अगर वह राज्य क्रिकेट अधिकारी होते तो खुद ही पद धारण करने के अयोग्य हो जाते."


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उन्होंने कहा, "यह नए बीसीसीआई संविधान के भेदभावपूर्ण प्रावधानों को भी रेखांकित करता है, जो एक राज्य संघ के लिए कठोर है. लेकिन यह एक फ्रेंचाइजी अधिकारी पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाता है." बीसीसीआई कार्यकारी ने कहा कि इस मामले पर अभी तक बोर्ड के सीईओ राहुल जौहरी तरफ से कोई जवाब नहीं आया है. उन्होंने कहा, "24 घंटे बीत गए हैं और इस मामले में बीसीसीआई सीईओ ने अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. क्या हम उस समय का इंतजार कर रहे हैं कि कोई बीसीसीआई की छवि की आड़ में अपनी दोस्ती बना ले और खेल की पवित्रता पर सवाल उठाए?." (इनपुट: एजेंसी)