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राष्ट्रपति ने कहा, मुझे यकीन है कि आपमें से कई लोग अपने नवोन्मेषी विचारों को आकार देने के लिए अपना उद्यम शुरू करने पर विचार करेंगे. ऐसा करते हुए भारत सरकार की उन योजनाओं का लाभ उठाएं, जिनसे नवोन्मेष एवं उद्यमिता को प्रोत्साहित किया जाता है.
 
                                                                        
                                    
                                राष्ट्रपति ने कहा, मुझे यकीन है कि आपमें से कई लोग अपने नवोन्मेषी विचारों को आकार देने के लिए अपना उद्यम शुरू करने पर विचार करेंगे. ऐसा करते हुए भारत सरकार की उन योजनाओं का लाभ उठाएं, जिनसे नवोन्मेष एवं उद्यमिता को प्रोत्साहित किया जाता है.
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आईआईटी छात्रों से अपने उद्यम के जरिए आर्थिक मूल्यों एवं रोजगार के सृजक बनने की अपील करते हुए राष्ट्रपति ने कहा ने कहा, आईआईटी के छात्र होने के नाते आपको सिर्फ अपने और अपने परिवार के लिए ही सर्वश्रेष्ठ हासिल करने की आकांक्षा नहीं रखनी चाहिए, बल्कि समाज एवं राष्ट्र एवं पूरे विश्व के लिए भी सोचना चाहिए.
 
                                                                                
                                                                                
                                                                                                                        
                                                                                                                    आईआईटी छात्रों से अपने उद्यम के जरिए आर्थिक मूल्यों एवं रोजगार के सृजक बनने की अपील करते हुए राष्ट्रपति ने कहा ने कहा, आईआईटी के छात्र होने के नाते आपको सिर्फ अपने और अपने परिवार के लिए ही सर्वश्रेष्ठ हासिल करने की आकांक्षा नहीं रखनी चाहिए, बल्कि समाज एवं राष्ट्र एवं पूरे विश्व के लिए भी सोचना चाहिए.
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उन्होंने कहा कि आईआईटी के युवा छात्रों के सामने कई चुनौतियां हैं. उन्होंने कहा कि उन्हें हर क्षेत्र में बेस्ट बनने की कोशिश करनी चाहिए, चाहे वह शिक्षण, शोध, सामाजिक प्रभाव या बेहतरीन आधारभूत संरचना का ही क्षेत्र क्यों न हो. राष्ट्रपति ने कहा कि यह आसान काम नहीं होगा, लेकिन यह असंभव भी नहीं है.
 
उन्होंने कहा कि आईआईटी के युवा छात्रों के सामने कई चुनौतियां हैं. उन्होंने कहा कि उन्हें हर क्षेत्र में बेस्ट बनने की कोशिश करनी चाहिए, चाहे वह शिक्षण, शोध, सामाजिक प्रभाव या बेहतरीन आधारभूत संरचना का ही क्षेत्र क्यों न हो. राष्ट्रपति ने कहा कि यह आसान काम नहीं होगा, लेकिन यह असंभव भी नहीं है.
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