UPSC Prelims Result 2020: यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (UPSC) ने प्रीलिम्स परीक्षा का रिजल्ट जारी कर दिया है. अब मेंस परीक्षा का आयोजन 8 जनवरी को किया जाएगा. जो छात्र मेंस परीक्षा के लिए सिलेक्ट हुए हैं वह ये जान लें इस परीक्षा में आंसर राइटिंग का सेक्शन काफी महत्वूर्ण होता है.
आंसर राइटिंग की तैयारी के दौरान किन बातों का ध्यान रखना चाहिए,ये आपको UPSC में 13वीं रैंक लाने वाले रौनक अग्रवाल बता रहे हैं, उन्होंने UPSC 2019 परीक्षा अपने तीसरे प्रयास में पास कर 13वीं रैंक हासिल की है. आपको बता दें, रौनक दो बार प्रीलिम्स परीक्षा में फेल हो गए थे, जिसके बाद तीसरी बार में 13वीं रैंक लाकर सफल हुए.
NDTV से बात करते हुए रौनक ने बताया, 'UPSC मेंस के लिए जिन उम्मीदवारों का नाम है, जाहिर है वह सभी मेहनती हैं, लेकिन किसे कौनसी रैंक मिलती है. ये बहुत सारी चीजों पर आधारित होती है.'
रौनक ने बताया, 'इस परीक्षा में हार्ड वर्क और स्मार्ट वर्क दौनों बहुत जरूरी है. वहीं अगर परीक्षा में ट्रिक्स की बात करें तो इसमें कंटेंट के साथ- साथ आंसर राइटिंग भी बहुत जरूरी है.'
आंसर राइटिंग के दौरान सबसे ज्यादा जरूरी है ये है कि आंसर को कैसे लिखा जा रहा है. एक 'एक्स फेक्टर' जो आंसर में आना चाहिए, ताकि पढ़ने वाले को सबकुछ आसानी से समझ आ जाए. एक बेहतरीन आंसर काफी हद तक अच्छी रैंक लाने में आपकी मदद करता है.
किसी भी सवाल का आंसर लिखते समय सब- हेंडिंग में लिखना, डायग्राम बनाना या फिर आंसर में कुछ नया उदाहरण देना, अलग-अलग आयाम (dimension) को कवर करना. ये सबकुछ जरूरी चीजें हैं जो आंसर राइटिंग के दौरान फॉलो करनी चाहिए.
रौनक का कहना है, 'कंटेंट सभी के पास होता है. जो इस परीक्षा में शामिल हो रहा है, उसमें ज्यादातर उम्मीदवार को पता होता है कि सवाल का आंसर क्या है, लेकिन किसी भी सवाल का प्रजेंटेंशन कम समय में कैसे करना ये काफी महत्वपूर्ण है.'
CA परीक्षा पास कर चुके हैं रौनक
UPSC में 13वीं रैंक हासिल करने वाले कोलकाता के रौनक अग्रवाल CSE 2019 में अपने तीसरे प्रयास में सफलता हासिल की है. वह एक व्यापारी परिवार से आते हैं. यूपीएससी पास करने से पहले उन्होंने
CA परीक्षा में AIR 5 हासिल की है.
रौनक के दादा जी एक प्रतिष्ठित व्यापारी थे, जिन्होंने रौनक को समझाया कि व्यापार में तुम पैसा तो खूब कमा लोगे लेकिन एक IAS अधिकारी बनने के अपने अलग ही मायने हैं.
शुरू से ही परीक्षाओं में टॉप करने वाले रौनक UPSC सिविल परीक्षा के शुरूआती दो प्रयासों में प्रीलिम्स में ही फेल हो गए थे जिससे उन्हें काफ़ी धक्का लगा, रौनक ने बातचीत में बताया कि उन्होंने इस बार ये तय कर लिया था कि अगर परीक्षा में सफल नहीं हुए तो सिविल परीक्षा छोड़ के व्यापार की ओर चले जाएंगे, लेकिन इस बार रौनक ने अपनी मेहनत से 2019 की UPSC सिविल परीक्षा में 13वीं रैंक हासिल की.
रौनक ने बताया कि अपने पिता जी के साथ व्यापार में हाथ बटाने के साथ साथ ही अपने पैरों पर खड़ा होने के लिए बच्चों को ट्यूशन पढ़ाया. परीक्षा की तैयारी के लिए रौनक ने छात्रों को ये सुझाव दिया कि उत्तर सब एक ही लिखते हैं लेकिन एक टॉपर के और साधारण अप्रोच से उत्तर लिखने वाले छात्र के उत्तर में केवल व्याकरण कौशल का ही फर्क होता है. रौनक के मुताबिक उत्तर लिखने का व्याकरण कौशल ही एक छात्र को सफलता दिलाता है.
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