नई दिल्ली:
यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमिशन (UGC) ने दिल्ली बेस्ड फैशन एंड मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट पर्ल एकेडमी से अपने सभी सेंटर्स बंद करने को कहा है। पर्ल के नोएडा, जयपुर और मुंबई में सेंटर्स मौजूद हैं। यूजीसी ने पर्ल को अपने सभी सेंटर्स बंद करने और छात्रों को ब्रिटेन की नॉटिंघम ट्रेंट यूनिवर्सिटी (NTU) के साथ ज्वॉइंट डिग्री नहीं देने के निर्देश दिए हैं।
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इंस्टीट्यूट के खिलाफ विदेशी यूनिवर्सिटीज के साथ टाई-अप को लेकर कई शिकायतें आने के बाद यूजीसी ने ये कदम उठाया है। आपको बता दें कि भारत में इस तरह के टाई-अप कानूनी रूप से वैध नहीं है।
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यूजीसी ने अपने नोटिस में कहा है कि पर्ल एकेडमी के पास न ही खुद से डिग्री देने के अधिकार हैं और न ही किसी विदेशी यूनिवर्सिटी के साथ कोलैबरेशन कर डिग्री देने के अधिकार हैं। साथ ही यूजीसी ने इसे बड़ी चिंता का विषय बताया क्योंकि इंस्टीट्यूट के इस फ्रॉड से हजारों छात्र पीड़ित हैं।
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वहीं दूसरी ओर यूजीसी द्वारा लगाए गए इस आरोप को पर्ल के सीईओ ने खारिज कर दिया है और कहा है कि इंस्टीट्यूट पिछले दो दशकों से अच्छी शिक्षा प्रदान करा रहा है। गौरतलब है कि पिछले साल भी इसी तरह का एक मामला सामने आया था, जिसमें मेवाड़ यूनिवर्सिटी और फुटवियर डिजाइन एंड डेवलप्मेंट इंस्टीट्यूट (FDDI) के कोलैबरेशन को अवैध ठहराया गया था। उस वक्त भी करीब चार हजार छात्रों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ा था।
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