सिक्किम सरकार ने राज्य के सभी स्कूलों को निर्देश दिया है कि अगले अकादमिक सत्र से वे अपने पाठ्यक्रम में 11 स्थानीय भाषाएं शामिल करें, ताकि छात्र उनमें से किसी एक को दूसरी भाषा के रूप में चुन सकें. शिक्षा विभाग के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. अधिकारी ने शुक्रवार को कहा कि निजी स्कूलों को यह सुनिश्चित करना होगा कि तमांग, गुरुंग, मानगर, शेरपा, मुखिया, राय और नेवार समेत 11 स्थानीय भाषाओं को पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाया जाए.
सरकारी अधिसूचना में कहा गया, ‘‘सभी संबंधित पक्षों को यह सूचित किया जाता है कि राज्य सरकार ने तीन भाषा फॉर्मूला इस प्रकार से अपनाया है तथा राज्य के सभी स्कूलों में इसका क्रियान्वयन किया जाना है.
शिक्षण का माध्यम प्रथम भाषा अंग्रेजी होगी. दूसरी भाषा राज्य सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त 11 भाषाओं में से कोई एक होगी तथा हिंदी तीसरी भाषा होगी.''
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