नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग (NIOS) ने विशेष आवश्यकता वाले बच्चों (CWSN) के लिए कक्षा 12वीं की परीक्षा रद्द कर दी हैं. दरअसल, देश में कोरोनावायरस (Coronavirus) के मामले तेजी से बढ़ रहे है. कोरोना के खतरे को देखते हुए विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के हित में NIOS ने ये फैसला लिया है. परीक्षा के बजाए स्टूडेंट्स को प्रोजेक्ट वर्क और सवाल-जवाब आधारित मूल्यांकन के माध्यम से जांचा जाएगा. बता दें कि पहले NIOS 12वीं के एग्जाम मार्च के महीने में आयोजित किए जाने थे, लेकिन कोरोनावायरस महामारी के चलते परीक्षाओं को स्थगित कर दिया था.
NIOS ने मंगलवार को जारी अपने एक नोटिस में बताया, "COVID-19 महामारी के के खतरे को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है कि मार्च 2020 की परीक्षा के लिए पंजीकृत हुए सीनियर सेकेंडरी विशेष आवश्यकता वाले NIOS के स्टू़डेंट्स को अब परीक्षाओं में उपस्थित होने के बजाय प्रोजेक्ट वर्क और प्रश्न-उत्तर आधारित मूल्यांकन के माध्यम से जांचा जाएगा."
NIOS ने कहा की यह निर्णय इसलिए लिया गया है क्योंकि विशेष आवश्यकता वाले बच्चे सरकार के सोशल डिटेंस्टिंग के नियमों का पालन करते हुए यात्रा करने के सक्षम नहीं हो सकते हैं. इंस्टीट्यूट ने ये भी कहा कि ऐसे बच्चों को लंबे समय तक मास्क पहने रहने में मुश्किल हो सकती है. इसी के साथ यह भी बताया गया कि गाइडलाइन्स और मूल्यांकन के बारे में जानकारी बाद में जारी की जाएगी.
सीबीएसई बोर्ड ने कैंसिल की 10वीं और 12वीं की बची हुई परीक्षाएं
सीबीएसई ने 26 जून को कोर्ट के सामने 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं रद्द करने का फैसला सुनाया. इसी के साथ सीबीएसई ने रिजल्ट जारी करने की असेसमेंट प्रक्रिया की स्कीम को कोर्ट के सामने पेश किया, जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने भी सीबीएसई (CBSE) की 10वीं और 12वीं की परीक्षा रद्द करने और रिजल्ट जारी करने की असेसमेंट प्रक्रिया की स्कीम को मंजूरी दे दी. बता दें कि बोर्ड पेंडिंग परीक्षाओं के लिए स्टूडेंट्स के रिजल्ट आयोजित हो चुके एग्जाम और इंटरनल असेसमेंट के आधार पर जारी करेगा. सीबीएसई 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं का रिजल्ट 15 जुलाई तक जारी किया जाएगा.
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