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This Article is From Aug 10, 2020

नगर निगम स्कूलों में नई शिक्षा नीति के प्रावधान लागू किए जाएंगे: दिल्ली भाजपा प्रमुख

दिल्ली भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने रविवार को कहा कि पार्टी नगर निगम के स्कूलों में प्राथमिक शिक्षा में नई शिक्षा नीति से जुड़े प्रावधानों को लागू करने की योजना बना रही है.

नगर निगम स्कूलों में नई शिक्षा नीति के प्रावधान लागू किए जाएंगे: दिल्ली भाजपा प्रमुख
प्रतीकात्मक तस्वीर
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नई दिल्ली:

दिल्ली भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने रविवार को कहा कि पार्टी नगर निगम के स्कूलों में प्राथमिक शिक्षा में नई शिक्षा नीति से जुड़े प्रावधानों को लागू करने की योजना बना रही है. केंद्र में मोदी सरकार ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) लागू करने की घोषणा की है. एनईपी में कहा गया है कि कक्षा पांच तक के छात्रों को उनकी मातृभाषा में पढ़ाया जाएगा.  गुप्ता ने कहा कि शहर में निगम संचालित स्कूलों में एनईपी पर आधारित नए पाठ्यक्रम को लागू करने के संबंध में विचार-विमर्श की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. भाजपा की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष ने कहा, ‘‘वर्तमान शैक्षणिक सत्र में निगम के सभी स्कूलों में नई शिक्षा नीति को लागू किया जाएगा.'' 

पिछले सप्ताह गुप्ता ने भाजपा शासन वाले तीनों नगर निगमों के शीर्ष नेतृत्व के साथ चर्चा की थी और उन्हें अपने प्राथमिक स्कूलों में नई शिक्षा नीति को लागू करने पर काम शुरू करने का निर्देश दिया था. दिल्ली में तीनों नगर निगम 1600 से ज्यादा प्राथमिक स्कूलों का संचालन करते हैं. इनमें कक्षा एक से पांच तक में सात लाख से ज्यादा बच्चे हैं.

गुप्ता ने कहा कि एनईपी के मुताबिक पाठ्यक्रम तैयार करने को लेकर शिक्षाविदों की सलाह भी ली जाएगी. भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और दिल्ली इकाई के प्रभारी श्याम जाजू ने कहा कि नई शिक्षा नीति को लेकर जागरूकता अभियान और विचार-विमर्श की प्रक्रिया चल रही है. 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने हाल ही में राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP 2020) पर आयोजित एक ई-कॉन्क्लेव को संबोधित करते  हुए शिक्षा के क्षेत्र में कई बड़े बदलाव के फायदे बताए. पीएम मोदी ने स्थानीय भाषा में पढ़ाई पर कहा, ''इस बात में कोई विवाद नहीं है कि बच्चों के घर की बोली और स्कूल में पढ़ाई की भाषा एक ही होने से बच्चों के सीखने की गति बेहतर होती है. ये एक बहुत बड़ा कारण है, जिसकी वजह से जहां तक संभव हो 5th class तक बच्चों को उनकी मातृभाषा में ही पढ़ाने पर सहमति दी गई है. इससे बच्चों की नींव मजबूत होगी.''

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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