MBBS Passing Marks: एमबीबीएस स्टूडेंट के लिए खुशखबरी है. नेशनल मेडिकल कमिशन (NMC) ने एमबीबीएस पासिंग मार्क्स को 40 प्रतिशत तक कम करने के दिशानिर्देशों को वापस ले लिया है. आयोग ने कहा कि एमबीबीएस पासिंग मार्क्स में कट-ऑफ को 40 प्रतिशत तक कम करना "संभव नहीं" है, क्योंकि ऐसा विषय वस्तु पर गहन विचार के बाद निर्णय लिया गया है. इस संबंध में नोटिफिकेशन आयोग की आधिकारिक वेबसाइट पर मौजूद हैं. बता दें कि सितंबर में, आयोग ने सितंबर में एमबीबीएस पाठ्यक्रम के लिए उत्तीर्ण अंक 50 प्रतिशत से घटाकर 40 प्रतिशत कर दिया गया था. आयोग ने योग्यता आधारित चिकित्सा शिक्षा (CBME) पाठ्यक्रम दिशानिर्देशों में संशोधन किया था. आयोग द्वारा पिछले संशोधित पाठ्यक्रम के अनुसार शिक्षार्थियों को दो पेपर वाले विषयों में कुल मिलाकर न्यूनतम 40 प्रतिशत अंक प्राप्त करने की आवश्यकता थी.
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1 सितंबर को घोषित संशोधित सीबीएमई दिशानिर्देशों के अनुसार, एनएमसी ने कहा, "जिन विषयों में दो पेपर होते हैं, लर्नर को उक्त विषय में उत्तीर्ण होने के लिए कुल मिलाकर (दोनों पेपर एक साथ) न्यूनतम 40 प्रतिशत अंक प्राप्त करने होंगे."
नेशनल मेडिकल कमिशन के ऑफिशियल लेटर के अनुसार पहले वाले एमबीबीएस उत्तीर्ण अंक लागू रहेंगे. जिन विषयों में दो पेपर होते हैं, स्टूडेंट को उन विषयों में पास होने के लिए दोनों पेपर मिलाकर कम से कम 50 प्रतिशत अंक लाने होंगे. इसके अलावा स्टूडेंट को उस विषय में पास होने के लिए यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित थ्योरी और प्रैक्टिकल परीक्षा में अलग-अलग 50 प्रतिशत नंबरों की आवश्यकता होगी. प्रैक्टिकल परीक्षा में प्रैक्टिकल/क्लिनिकल और वाइवा वॉइस परीक्षा भी शामिल होगी.
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