
नई दिल्ली:
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की बारहवीं कक्षा की परीक्षा में पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष नकल के दोगुने से भी ज्यादा मामले सामने आए हैं. सीबीएसई के एक अधिकारी के मुताबिक पिछले वर्ष देशभर से नकल के 56 मामले सामने आए थे जबकि इस वर्ष ऐसे 119 मामले सामने आए हैं.
नकल के सबसे ज्यादा 54 मामले राजस्थान के अजमेर से हैं जबकि पिछले वर्ष से यहां ऐसे सिर्फ तीन मामले थे. दिल्ली में नकल के मामले पिछले वर्ष के 12 से घटकर आठ रह गए जबकि गुवाहाटी में मामले नौ से बढ़कर 27 हो गए.
उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में नकल के मामले सात से घटकर तीन रह गए जबकि देहरादून में चार से बढ़कर नौ हो गए. चंडीगढ़ के पंचकुला में पिछले वर्ष के चार के मुकाबले इस वर्ष नकल के आठ मामले सामने आए. सीबीएसई के अधिकारी नकल के ज्यादा मामले सामने आने का श्रेय परीक्षा में नकल को पकड़ने के कड़े उपायों को देते हैं.
इस वर्ष तिरूवनंतपुरम और भुवनेश्वर से कोई मामले सामने नहीं आए और पटना से ऐसे आठ मामले सामने आए हैं जो पिछले वर्ष के मुकाबले एक कम है.
नकल के सबसे ज्यादा 54 मामले राजस्थान के अजमेर से हैं जबकि पिछले वर्ष से यहां ऐसे सिर्फ तीन मामले थे. दिल्ली में नकल के मामले पिछले वर्ष के 12 से घटकर आठ रह गए जबकि गुवाहाटी में मामले नौ से बढ़कर 27 हो गए.
उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में नकल के मामले सात से घटकर तीन रह गए जबकि देहरादून में चार से बढ़कर नौ हो गए. चंडीगढ़ के पंचकुला में पिछले वर्ष के चार के मुकाबले इस वर्ष नकल के आठ मामले सामने आए. सीबीएसई के अधिकारी नकल के ज्यादा मामले सामने आने का श्रेय परीक्षा में नकल को पकड़ने के कड़े उपायों को देते हैं.
इस वर्ष तिरूवनंतपुरम और भुवनेश्वर से कोई मामले सामने नहीं आए और पटना से ऐसे आठ मामले सामने आए हैं जो पिछले वर्ष के मुकाबले एक कम है.
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