Coronavirus: कोरोनावायरस से संक्रमित लोगों की संख्या देश में हर गुजरते दिन के साथ तेजी से बढ़ रही है. कोरोना के खतरे के चलते 1 जून से 30 जून तक के लिए एक बार फिर लॉकडाउन (Lockdown) की घोषणा कर दी गई है. कोरोवायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए महाराष्ट्र सरकार ने फाइनल ईयर के स्टूडेंट्स की परीक्षाएं कैंसिल करने का फैसला लिया है. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने रविवार को बताया कि महाराष्ट्र में फाइनल ईयर में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स के लिए परीक्षाएं आयोजित नहीं की जाएंगी, बल्कि स्टूडेंट्स को पिछले परफॉर्मेंस के आधार पर पास किया जाएगा.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने ट्वीट करके बताया, "मैंने कॉलेज की फाइनल ईयर की परीक्षाओं के संबंध में कुलपतियों से बात की. उन्होंने सहमति से कहा कि मौजूदा स्थिति में परीक्षाएं आयोजित नहीं की जा सकती हैं. परीक्षाओं के लिए लाखों स्टूडेंट्स का एक साथ जमा होना जोखिम भरा होगा."
I held a meeting of Vice-Chancellors yesterday regarding final year college exams. They unanimously said that the present circumstances do not allow for examinations to be held immediately as it is risky for lakhs of students to come together for exams.
— CMO Maharashtra (@CMOMaharashtra) May 31, 2020
उन्होंने आगे कहा, "हमने तय किया है कि छात्रों को शैक्षणिक वर्ष के लिए पिछले सेमेस्टर में उनके प्रदर्शन के आधार पर नंबर दिए जाएंगे. क्योंकि परीक्षाएं कब आयोजित की जा सकती हैं, इस पर अभी कोई स्पष्टता नहीं है. छात्रों के भविष्य को इसके कारण खतरे में नहीं डाला जा सकता है."
So, we have decided that students will get aggregate marks based on their performance in the previous semesters for that academic year. This is because there is no clarity on when the exams can be held. The future of students should not be kept hanging because of this.
— CMO Maharashtra (@CMOMaharashtra) May 31, 2020
उन्होंने ये भी कहा कि अगर कोई स्टूडेंट अपनी परफॉर्मेंस को बेहतर करने के लिए परीक्षा में शामिल होना चाहता है तो उन्होंने स्थिति के आधार पर सितंबर, अक्टूबर या नवंबर में परीक्षा में शामिल होने का अवसर दिया जाएगा.
But, if a student wants to appear for the final exams to improve their previous performance, they can be given an opportunity in September, October or November, based on how the situation evolves.
— CMO Maharashtra (@CMOMaharashtra) May 31, 2020
बता दें कि महाराष्ट्र के शिक्षा मंत्री उदय सामंत ने 8 मई को घोषणा की थी फाइनल ईयर के स्टूडेंट्स को छोड़कर पहले और दूसरे ईयर के स्टूडेंट्स को पिछले सेमेस्टर के नंबरों के आधार पर पास किया जाएगा. फाइनल ईयर के स्टूडेंट्स को परीक्षाएं देनी होंगी. लेकिन अब कोरोनावायरस के खतरे को देखते हुए स्टूडेंट्स के लिए परीक्षाएं आयोजित कराना संभव नहीं है. ऐसे में महाराष्ट्र सरकार ने फाइनर ईयर के स्टूडेंट्स को पिछली परफॉर्मेंस के आधार पर पास करने का निर्णय लिया है.
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