कांग्रेस संबद्ध छात्र संगठन एनएसयूआई (NSUI) ने नीट (NEET 2020) और जेईई (JEE Main 2020) परीक्षाओं को टालने और महामारी के दौरान विद्यार्थियों की छह महीने की फीस माफ करने की मांग को लेकर बुधवार से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू कर दी है. नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI) के अध्यक्ष नीरज कुंदन और इस छात्र संगठन की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष ने आठ अन्य सदस्यों के साथ भूख हड़ताल शुरू की है. उन्होंने कोविड-19 महामारी के दौरान विश्वविद्यालयों द्वारा परीक्षाएं आयोजित न करने की मांग भी की है.
पिछले सप्ताह एनएसयूआई (NSUI) ने राष्ट्रीय योग्यता सह प्रवेश परीक्षा (NEET) और संयुक्त प्रवेश परीक्षा (JEE Main) को टालने की मांग करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा था. पत्र में अंतिम साल के विद्यार्थियों को पिछले वर्षों के प्रदर्शन के आधार पर पास करने की भी मांग की गई थी.
NSUI के नेशनल मीडिया इंचार्ज लोकेश चुग ने बताया, "वर्तमान का समय नीट, जेईई परीक्षा के लिए सही नहीं है, क्योंकि कोरोना के मामले प्रतिदिन हज़ारों की तादाद में बढ़ रहे हैं. ऐसे में छात्रों का एक राज्य से दूसरे राज्य सफर करना मुश्किल है.
छात्रों के भविष्य को ध्यान मे रखते हुए एनएसयूआई (NSUI) ने आज अनिश्चितकाल सत्याग्रह शुरू किया है और जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं हो जाती हम पीछे नहीं हटेंगे."
कोविड-19 के कारण विद्यार्थियों और अभिभावकों द्वारा जताई गई चिंता के मद्देनजर राहुल गांधी समेत कांग्रेस के अन्य नेताओं ने भी सरकार से शीर्ष चिकित्सा और इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं को टालने का आग्रह किया था. दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी केंद्र सरकार से चिकित्सा और इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा रद्द करने की अपील की थी. स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में कोरोनावायरस से संक्रमितों की संख्या बुधवार को 32.34 लाख हो गई. वहीं अब तक 24,67,758 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)