नई दिल्ली: देश के लाखों स्टूडेंट्स NEET और JEE Main एग्ज़ाम पर अंतिम फैसले का बेसब्री से इंजतार कर रहे हैं. वहीं, बीते कई दिनों से सोशल मीडिया के जरिए स्टूडेंट्स और अभिभावक केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक से जेईई मेन और नीट परीक्षाओं पर जल्द से जल्ट अंतिम फैसला सुनाने का अनुरोध कर रहे थे. इन सबके बाद आज HRD मंत्री ने हालात की समीक्षा के लिए एक पैनल का गठन किया है. इस पैनल में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) के डीजी समेत अन्य विशेषज्ञ शामिल हैं. एनटीए से कहा गया है कि हालात की समीक्षा करके कल (3 जून) तक अपनी रिपोर्ट जमा कराएं. जेईई मेन (JEE Main 2020) एग्जाम 18-23 जुलाई और नीट (NEET 2020) 26 जुलाई को आयोजित किया जाना है.
पैनल गठन करने को लेकर केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने खुद जानकारी दी. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, ''हालात को देखते हुए और छात्रों व उनके अभिभावकों की अपील के मद्देनजर एक कमेटी का गठन किया गया है. इस कमेटी में एनटीए के डीजी और दूसरे विशेषज्ञ शामिल हैं. कमेटी से कहा गया है कि वो हालात की समीक्षा करें और अपने सुझाव एचआरडी मंत्रालय को कल तक जमा करा दें.''
बता दें कि HRD मंत्री के इस घोषणा के बाद से स्टूडेंट्स काफी रिलैक्स महसूस कर रहे हैं और मंत्री का सोशल मीडिया के जरिए शुक्रिया अदा कर रहे हैं, तो कुछ स्टूडेंट्स जेईई मेन (JEE Main 2020) और नीट परीक्षा (NEET 2020) को कैंसिल करने की डिमांड कर रहे हैं.
एक स्टूडेंट ने लिखा, "थैंक्यू सर. आपने हमें दोबारा से जीत लिया."
एक दूसरे स्टूडेंट ने लिखा, "जब सभी स्टेट लेवल और नेशनल लेवल के एंट्रेंस एग्जाम स्थगित किए जा रहे हैं, तो आप जेईई मेन और नीट एग्जाम के उम्मीदवारों के लिए बायस्ड क्यों हो रहे हैं. महामारी के बीच परीक्षा आयोजित करना सही नहीं होगा. हमें आपकी तरफ से स्पष्टीकरण चाहिए."
एक अन्य स्टूडेंट ने लिखा, "हमारी सेहत हमारी जिम्मेदारी है. हमारा लक्ष्य डॉक्टर बनने का है कोविड का मरीज बनने का नहीं."