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This Article is From Jul 01, 2022

IIM-Bangalore: आईआईएम-बैंगलोर ने लांच किया सर्टिफिकेट प्रोग्राम इन हॉस्पिटल मैनेजमेंट

इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, बैंगलोर ने बुधवार को 12 महीने का एक नया कार्यक्रम शुरू किया है, जिसे हॉस्पिटल मैनेजमेंट इन प्रोफेशनल सर्टिफिकेट कहा जाता है.

IIM-Bangalore: आईआईएम-बैंगलोर ने लांच किया सर्टिफिकेट प्रोग्राम इन हॉस्पिटल मैनेजमेंट
आईआईएम-बैंगलोर ने लांच किया सर्टिफिकेट प्रोग्राम इन हॉस्पिटल मैनेजमेंट

इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट-बैंगलोर ने बुधवार को 12 महीने का एक नया कार्यक्रम शुरू किया है, जिसे हॉस्पिटल मैनेजमेंट इन प्रोफेशनल सर्टिफिकेट (Professional Certificate in Hospital Management) कहा जाता है. संस्थान ने बुधवार को एक बयान में कहा कि, ऑनलाइन-सिंक्रोनस कार्यक्रम आईआईएम-बी संकाय द्वारा बड़े पैमाने पर ओपन ऑनलाइन कोर्स (MOOCs) और इंडस्ट्री एक्सपर्ट एवं प्रोफेशनल द्वारा लाइव ऑनलाइन सेशन का एक संयोजन है.

इसमें कहा गया है कि राष्ट्रीय डॉक्टर दिवस (National Doctors' Day) पर शुरू हुए इस कार्यक्रम का उद्देश्य मेडिकल प्रोफेशनल, मिड-लेवल मैनेजर्स, हेल्थ केयर कंसल्टेंट्स, एन्त्रेप्रेंयूर्स (entrepreneurs) और बड़े व्यापारियों को लाभ पहुंचाना है.

कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री के सुधाकर के अनुसार, नया कोर्स निजी और सरकारी दोनों अस्पतालों में स्वास्थ्य वितरण प्रणाली को बेहतर बना देगा.

उनके कार्यालय द्वारा जारी एक बयान में उनके हवाले से कहा गया कि, "यह कार्यक्रम मेरे लिए सपने के सच होने जैसा है."

उन्होंने कहा, "जब से मैं स्वास्थ्य मंत्री बना, विभाग के साथ प्रत्येक रिव्यु मीटिंग में एक स्थायी एजेंडा हुआ करता था - प्रशासन और प्रबंधन में हमारे डॉक्टरों को कैसे प्रशिक्षित किया जाए. ऐसा इसलिए है क्योंकि चिकित्सा पेशे में अच्छा या बुरा मैनेजमेंट जीवन या मृत्यु के बीच का अंतर  होता है." 

मंत्री ने कहा कि वह चाहते हैं कि प्रशासनिक स्तर के अधिकारी जैसे जिला स्वास्थ्य अधिकारी, मेडिकल कॉलेज डीन, जिला सर्जन, राज्य कार्यक्रम अधिकारी और संयुक्त निदेशक प्रबंधन में प्रशिक्षित हों क्योंकि इससे लोगों को बेहतर गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवामिल सकेगी.

उन्होंने कहा कि अधिकांश हॉस्पिटल अथॉरिटी अपने क्षेत्र के एक्सपर्ट हैं लेकिन वे मैनेजमेंट के प्रिंसिपल को नहीं जानते हैं, जिससे कामकाज की क्षमता घटती है और संसाधनों का बेहतर उपयोग नहीं हो पाता है. 

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