HBSE 10th Result 2020: हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड (Haryana Board) ने कोरोनावायरस (Coronavirus) के संक्रमण के चलते 10वीं (Haryana 10th Board) की उत्तर पुस्तिकाओं को अध्यापकों से घर से ही मूल्यांकन करवाने का निर्णय लिया है. शिक्षा बोर्ड के मुताबिक 11 अप्रैल को जिला शिक्षा अधिकारी की देखरेख में अध्यापक उत्तर पुस्तिकाओं के बंडल उठाएंगे. 22 अप्रैल तक नंबरों का डाटा उत्तर पुस्तिकाओं के साथ जमा करवाना होगा.
लॉकडाउन के चलते आवश्यक सेवाओं के अधिकारी तथा कर्मचारियों को छोड़कर अन्य कर्मचारियों को घर से ही काम करने के आदेश जारी किए गए हैं.
शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन डॉ जगबीर सिंह ने बताया, "लॉकडाउन की वजह से अध्यापक घर में समय व्यतीत कर रहे हैं तो मूल्यांकन अच्छी प्रकार कर पाएंगे. इसके लिए जिन अधिकारी व विद्यालयों की ड्यूटी लगाई गई है, उन्हें मैसेज के माध्यम से इस बारे में अवगत करवा दिया गया है. इतना ही नहीं बंडल ले जाने तथा जमा कराने के बाद अध्यापकों को निर्धारित शुल्क का भुगतान किया जाएगा तथा किसी अन्य स्थान पर स्टाफ की कमी होती है तो उसे भी पूरा करवाया जाएगा.
इससे पहले मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने ऐलान किया था कि हरियाणा बोर्ड के 10वीं की विज्ञान की परीक्षा अब नहीं होगी. 10वीं बोर्ड की परीक्षा का रिजल्ट उन्हीं विषयों के आधार पर जारी किया जिनके एग्जाम स्टूडेंट पहले से ही दे चुके हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य बोर्ड की कक्षा 10 के लिए विज्ञान विषय की परीक्षा आयोजित नहीं की गई है, क्योंकि तब तक लॉकडाउन की घोषणा की जा चुकी थी. अब छात्रों के परीक्षा परिणाम अन्य विषयों के आधार पर ही घोषित किए जाएंगे, जिनकी उन्होंने परीक्षा दी है.
खट्टर ने इस बात का भी ऐलान किया कि इसी हफ्ते नौवीं की परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया जाएगा और स्टूडेंट को उनके प्रदर्शन के आधार पर अगली क्लास में प्रमोट किया जाएगा.
वहीं 11वीं की गणति की परीक्षा नहीं हो पाई है. इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी इस मामले में कोई फैसला नहीं लिया गया है. लेकिन परीक्षा बाद में आयोजित की जाएगी.
वहीं 12वीं की परीक्षा को लेकर उन्होंने कहा कि इस पर भी अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है. साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि NCERT के अनुरूप ही फैसला किया जाएगा.
आपको बता दें कि सालाना 10वीं और 12वीं बोर्ड की परीक्षा हरियाणा बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन (HBSE) संचालित करता है.
हरियाणा बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षा 3 मार्च से शुरू हो गईं थीं. 12वीं की परीक्षा 31 मार्च को खत्म होनी थीं, जबकि 10वीं की परीक्षाएं 27 मार्च को समाप्त होने वाली थीं. लेकिन कोरोनावायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने की वजह से 12वीं के 10 पेपरों को स्थगित कर दिया था. वहीं 10वीं के चार पेपर स्थगित हो गए थे.
मुख्यमंत्री ने यह भी ऐलान किया था कि पहली से लेकर आठवीं तक के बच्चों को बिना एग्जाम दिए ही अगली क्लास में प्रमोट कर दिया जाएगा.
इनपुट: भाषा
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