चंडीगढ़:
हरियाणा मंत्रिमंडल ने राज्य सिविल सेवा परीक्षा की प्रारंभिक परीक्षा के लिए यूपीएससी की तरह का पैटर्न अपनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी।
एक आधिकारिक विज्ञप्ति में बताया गया कि मंत्रिमंडल की बैठक यहां मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की अध्यक्षता में हुई। मंत्रिमंडल ने कृषि विभाग का नाम बदलकर कृषि एवं कृषक कल्याण विभाग करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी।
मंत्रिमंडल ने संघ लोक सेवा आयोग की तर्ज पर प्रारंभिक परीक्षा का पैटर्न अपनाने का फैसला किया।
अब द्वितीय प्रत्र के रूप में 100 अंक का सिविल सेवा ऐप्टीट्यूड टेस्ट होगा। दोनों प्रश्न पत्र वस्तुनिष्ठ होंगे और अंग्रेजी और हिंदी भाषाओं में होंगे।
प्रत्येक पत्र की अवधि दो घंटे की होगी और प्रत्येक गलत जवाब के लिए 0.25 अंक काटे जाएंगे।
एक आधिकारिक विज्ञप्ति में बताया गया कि मंत्रिमंडल की बैठक यहां मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की अध्यक्षता में हुई। मंत्रिमंडल ने कृषि विभाग का नाम बदलकर कृषि एवं कृषक कल्याण विभाग करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी।
मंत्रिमंडल ने संघ लोक सेवा आयोग की तर्ज पर प्रारंभिक परीक्षा का पैटर्न अपनाने का फैसला किया।
अब द्वितीय प्रत्र के रूप में 100 अंक का सिविल सेवा ऐप्टीट्यूड टेस्ट होगा। दोनों प्रश्न पत्र वस्तुनिष्ठ होंगे और अंग्रेजी और हिंदी भाषाओं में होंगे।
प्रत्येक पत्र की अवधि दो घंटे की होगी और प्रत्येक गलत जवाब के लिए 0.25 अंक काटे जाएंगे।
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