Jio Institute को लेकर सरकार ने सफाई दी है.
नई दिल्ली:
मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने सोमवार को 6 यूनिवर्सिटियों को उत्कृष्ट संस्थान का दर्जा दिया था. इनमें आईआईटी दिल्ली, आईआईटी बॉम्बे और आईआईएससी बेंगलुरु शामिल हैं. इसके आलावा मंत्रालय ने निजी क्षेत्र से मनिपाल एकेडमी ऑफ हायर एजुकेशन, बिट्स पिलानी और जियो इंस्टीट्यूट को उत्कृष्ट संस्थान का दर्जा दिया है. जियो इंस्टीट्यूट को उत्कृष्ट संस्थान (इंस्टीट्यूट आफ एमिनेंस) का दर्जा दिए जाने को लेकर सोशल मीडिया पर काफी विरोध हो रहा है. बता दें कि जियो इंस्टीट्यूट अभी तक खुला नहीं है. लोगों के विरोध के बाद सरकार ने अपना भी पक्ष रखा है. मंत्रालय ने कहा कि जियो इंस्टीट्यूट को उत्कृष्ट संस्थान का दर्जा दिया नहीं गया है बल्कि इंस्टीट्यूट को सिर्फ इसके लिए चुना गया है.
IIT दिल्ली, IIT बॉम्बे और IISC बेंगलुरु समेत 6 संस्थानों को मिला 'उत्कृष्ट संस्थान' का दर्जा
आइये जानते हैं सरकार की सफाई की 5 बड़ी बातें
1. सरकार का कहना है, जियो इंस्टीट्यूट को 'इंस्टीट्यूट आफ एमिनेंस' के लिए ग्रीनफील्ड कैटेगरी में चुना गया है. यह एक ऐसी कैटेगरी होती है, जिसमें उन संस्थानों को शामिल किया जाता है, जो अभी अस्तित्व में नहीं है और जल्द ही बनने जा रहे हैं.
2. जियो इंस्टीट्यूट को 1000 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता नहीं दी जाएगी. जियो इंस्टीट्यूट ने 'इंस्टीट्यूट ऑफ इमीनेंस' के टैग के लिए आवेदन किया था.
3. ग्रीनफील्ड कैटेगरी के लिए आए आवेदनों में 4 मापदंडों के आधार पर जियो इंस्टीट्यूट को उत्कृष्ट संस्थान का दर्जा देने के लिए चुना गया. ग्रीनफील्ड कैटेगरी के लिए 11 आवेदन आए थे.
4. जियो इंस्टीट्यूट इन 4 मापदंडों पर खरा उतरा था.
-संस्थान बनाने के लिए भूमि की उपलब्धता.
-बहुत उच्च योग्यता.
-संस्थान बनाने के लिए आवश्यक फंड की उपलब्धता.
-सालाना लक्ष्य और कार्य योजना का होना.
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5. शिक्षा मंक्षालत्र के सचिव आर सुब्रमंयम ने कहा कि जियो इंस्टीट्यूट को इंस्टीट्यूट आफ एमिनेंस का टैग दिया नहीं गया है, अभी इंस्टीट्यूट को इसके लिए सिर्फ चुना गया है. अगर जियो 3 साल में इंस्टीट्यूट को स्थापित कर सभी मापदंडों पर खरा उतरता है, तभी इंस्टीट्यूट को उत्कृष्ट संस्थान का दर्जा दिया जाएगा.
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1. सरकार का कहना है, जियो इंस्टीट्यूट को 'इंस्टीट्यूट आफ एमिनेंस' के लिए ग्रीनफील्ड कैटेगरी में चुना गया है. यह एक ऐसी कैटेगरी होती है, जिसमें उन संस्थानों को शामिल किया जाता है, जो अभी अस्तित्व में नहीं है और जल्द ही बनने जा रहे हैं.
2. जियो इंस्टीट्यूट को 1000 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता नहीं दी जाएगी. जियो इंस्टीट्यूट ने 'इंस्टीट्यूट ऑफ इमीनेंस' के टैग के लिए आवेदन किया था.
3. ग्रीनफील्ड कैटेगरी के लिए आए आवेदनों में 4 मापदंडों के आधार पर जियो इंस्टीट्यूट को उत्कृष्ट संस्थान का दर्जा देने के लिए चुना गया. ग्रीनफील्ड कैटेगरी के लिए 11 आवेदन आए थे.
4. जियो इंस्टीट्यूट इन 4 मापदंडों पर खरा उतरा था.
-संस्थान बनाने के लिए भूमि की उपलब्धता.
-बहुत उच्च योग्यता.
-संस्थान बनाने के लिए आवश्यक फंड की उपलब्धता.
-सालाना लक्ष्य और कार्य योजना का होना.
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5. शिक्षा मंक्षालत्र के सचिव आर सुब्रमंयम ने कहा कि जियो इंस्टीट्यूट को इंस्टीट्यूट आफ एमिनेंस का टैग दिया नहीं गया है, अभी इंस्टीट्यूट को इसके लिए सिर्फ चुना गया है. अगर जियो 3 साल में इंस्टीट्यूट को स्थापित कर सभी मापदंडों पर खरा उतरता है, तभी इंस्टीट्यूट को उत्कृष्ट संस्थान का दर्जा दिया जाएगा.
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