DU Exams 2020: दिल्ली उच्च न्यायालय ने मंगलवार को रेल मंत्रालय से कहा कि दिल्ली विश्वविद्यालय (Delhi University) की परीक्षा में शामिल होने के लिए राजधानी आ रहे दिव्यांग छात्रों के लिए कन्फर्म टिकट सुनिश्चित करे. अदालत ने कहा कि यह सुनिश्चित होना चाहिए कि दिव्यांग श्रेणी में आने वाले छात्रों की अंतिम वर्ष की परीक्षा नहीं छूटेगी. दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) की नियमित तरीके से परीक्षा 14 सितंबर से शुरू होनी है. न्यायमूर्ति हिमा कोहली और न्यायमूर्ति सुब्रमणियम प्रसाद की पीठ ने कहा कि फिलहाल सीमित संख्या में चल रही ट्रेनों को ध्यान में रखते हुए, उन सभी को कन्फर्म टिकट उपलब्ध कराने का प्रयास किया जाना चाहिए.
पीठ ने कहा कि छात्र प्रतीक्षा सूची का भी टिकट ले सकते हैं और दो दिन पहले रेलवे को इसकी सूचना दे सकते हैं. अदालत ने डीयू (DU) से कहा है कि वह एक हलफनामा दायर करके बताए कि दूसरे चरण की परीक्षा के लिए कितने छात्र पंजीकृत हैं. विश्वविद्यालय से हलफनामे में यह भी बताने को कहा गया है कि दोनों चरणों की परीक्षाओं का परिणाम कब आएगा. मामले में अगली सुनवाई अब 22 सितंबर को होगी.
दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) में दाखिले के लिए खत्म हुई पंजीकरण की प्रक्रिया
दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) में दाखिले के लिए पंजीकरण कराने की प्रक्रिया सोमवार को खत्म हो गई. स्नातक पूर्व पाठ्यक्रम में दाखिले के लिए 5.63 लाख छात्रों ने ऑनलाइन आवेदन किया है, जो बीते तीन बरस में सबसे ज्यादा है. विश्वविद्यालय के पोर्टल पर उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक, परास्नातक पाठ्यक्रम के लिए 1,83,674 विद्यार्थियों ने आवेदन किया है, जबकि एम.फिल और पीएचडी के लिए 34,306 छात्रों ने आवेदन किया है.
डीयू की ओर से साझा किए गए आंकड़ों के मुताबिक, सबसे ज्यादा सीबीएसई बोर्ड (CBSE Board) के 2,85,128 छात्रों ने आवेदन किया है. इसके बाद हरियाणा शिक्षा बोर्ड के 12,272 और काउंसिल फॉर इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन्स के 11,521 छात्रों ने आवेदन किया है.
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