नौकरी के लिए अपने आवेदन के साथ लोग अपनी सीवी या रेज्यूमे भेजते हैं। अक्सर सीवी या रेज्यूमे को एक ही चीज मानते हैं और अधिकतर लोग इनमें में कोई अंतर नहीं करते हैं। हालांकि दोनों चीजें एक-दूसरे से अलग हैं। कम से कम अपनी जानकारी और सही प्रयोग के लिए तो आपको जानना ही चाहिए कि आखिर दोनों में क्या अंतर है और इन दोनों शब्दों को सही प्रयोग क्या है।
सीधे-सीधे शब्दों में कहें तो CV यानी करिकलम विटाई आपके करियर का पूरा ब्योरा है और RESUME उसके हाईलाइट्स।
सीवी एक पूर्ण और विस्तृत दस्तावेज हैं जो आपके करियर, पढ़ाई और उपलब्धियों की पूरी जानकारी देता है। इसमें व्यक्ति की योग्यता, अनुभव, कौशल, दक्षता और उपलब्धियों से संबंधित जानकारी होती है। सीवी न केवल आपकी शिक्षा और पिछले काम को दर्शाता हैं बल्कि आपके प्रकाशनों, पुरस्कार, सम्मान और अन्य गतिविधियों में उपलब्धियों की भी जानकारी देता है। साथ ही इसमें दूसरों के रेकमंडेशन लेटर व कवर लेटर भी शामिल किए जा सकते हैं। सीवी कम से कम दो और अधिक पेज का हो सकता है। चूंकि इसमें आपसे जुड़ी हर बात का ब्योरा है तो हर नौकरी के हिसाब से इसे बदलने की जरूरत कम ही पड़ती है।
दूसरी ओर, रेज्यूमे में आपकी शिक्षा, कार्य अनुभव , दक्षता और पिछले नौकरी में उपलब्धियों के महत्वपूर्ण बिंदुओं की जानकारी दी जाती है। यह आमतौर पर एक या दो पेज से अधिक बढ़ा नहीं होता। चूंकि यह एक संक्षिप्त दस्तावेज है तो इसमें हर नौकरी के हिसाब से ऐसे बिंदुओं को हाईलाइट करते हैं जो उस जॉब की जरूरतों में शामिल हो। आवेदक अपने रेज्यूमे को नौकरी और विशिष्ट पद की जरूरतों के हिसाब से बदल सकते हैं।
सीधे-सीधे शब्दों में कहें तो CV यानी करिकलम विटाई आपके करियर का पूरा ब्योरा है और RESUME उसके हाईलाइट्स।
सीवी एक पूर्ण और विस्तृत दस्तावेज हैं जो आपके करियर, पढ़ाई और उपलब्धियों की पूरी जानकारी देता है। इसमें व्यक्ति की योग्यता, अनुभव, कौशल, दक्षता और उपलब्धियों से संबंधित जानकारी होती है। सीवी न केवल आपकी शिक्षा और पिछले काम को दर्शाता हैं बल्कि आपके प्रकाशनों, पुरस्कार, सम्मान और अन्य गतिविधियों में उपलब्धियों की भी जानकारी देता है। साथ ही इसमें दूसरों के रेकमंडेशन लेटर व कवर लेटर भी शामिल किए जा सकते हैं। सीवी कम से कम दो और अधिक पेज का हो सकता है। चूंकि इसमें आपसे जुड़ी हर बात का ब्योरा है तो हर नौकरी के हिसाब से इसे बदलने की जरूरत कम ही पड़ती है।
दूसरी ओर, रेज्यूमे में आपकी शिक्षा, कार्य अनुभव , दक्षता और पिछले नौकरी में उपलब्धियों के महत्वपूर्ण बिंदुओं की जानकारी दी जाती है। यह आमतौर पर एक या दो पेज से अधिक बढ़ा नहीं होता। चूंकि यह एक संक्षिप्त दस्तावेज है तो इसमें हर नौकरी के हिसाब से ऐसे बिंदुओं को हाईलाइट करते हैं जो उस जॉब की जरूरतों में शामिल हो। आवेदक अपने रेज्यूमे को नौकरी और विशिष्ट पद की जरूरतों के हिसाब से बदल सकते हैं।