केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) कोविड-19 (COVID-19) के कारण कक्षा 9 से 12 तक के छात्रों के समय को हुए नुकसान की भरपाई के लिए आगामी अकादमिक वर्ष से पाठ्यक्रम को युक्तिसंगत बनाने पर विचार कर रहा है. बोर्ड फिलहाल हालात और नुकसान का आकलन कर रहा है तथा इसी के अनुसार इस संबंध में कोई फैसला लिया जाएगा.
राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) ने पिछले हफ्ते कक्षा 1 से कक्षा 5 तक में दाखिला लेने वाले छात्रों के लिए वैकल्पिक शैक्षणिक कैलेंडर की घोषणा की थी, क्योंकि वे लॉकडाउन के कारण घर पर पढ़ाई कर रहे हैं. परिषद उच्च कक्षाओं के लिए भी ऐसी ही योजना पर विचार कर रही है.
बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ''NCERT ने कक्षा 1-8 के लिए संशोधित गतिविधि कैलेंडर पेश किया है. सीबीएसई समय को हुए नुकसान और हालात का आकलन कर रहा है ताकि कक्षा 9 से 12वीं कक्षा तक के पाठ्यक्रम को युक्तिसंगत बनाया जा सके.
आपको बता दें कि देश में कोविड-19 के प्रसार के मद्देनजर छात्र-छात्राओं की शैक्षणिक गतिविधियों को सुचारू रूप से जारी रखने के लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय (MHRD) ने बृहस्पतिवार को वैकल्पिक अकादमिक कैलेंडर जारी किया था. राष्ट्रीय शिक्षा अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (NCERT) ने इस वैकल्पिक अकादमिक कैलेंडर को तैयार किया है. बच्चे अपने शिक्षकों और अभिभावकों की मदद से इसे पूरा कर सकेंगे.
मानव संसाधन विकास मंत्रालय के बयान के अनुसार, केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने बृहस्पतिवार को इस वैकल्पिक अकादमिक कैलेंडर को जारी किया जिसे मंत्रालय के मार्गदर्शन में तैयार किया गया है.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि 1 से 12 तक की सभी कक्षाएं और विषय इस कैलेंडर में शामिल किए गए हैं. यह कैलेंडर दिव्यांग सहित सभी बच्चों के सीखने की ज़रूरत का ध्यान रखेगा और ऑडियो बुक्स, रेडियो कार्यक्रमों इत्यादि द्वारा उनकी आवश्यकताओं को पूरा किया जाएगा.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं