विज्ञापन
This Article is From May 26, 2017

CBSE Class 12 Result 2017: रिजल्ट की तारीख आज शाम तक होगी घोषित

रिजल्‍ट जारी करने की तारीख का ऐलान बोर्ड अपनी वेबसाइट पर कर सकता है. इसे आप cbse.nic.in या cbseresults.nic.in पर देख सकते हैं.

CBSE Class 12 Result 2017: रिजल्ट की तारीख आज शाम तक होगी घोषित
CBSE 12th Result 2017: बोर्ड मॉडरेशन पॉलिसी पर नहीं जाएगा सुप्रीम कोर्ट.
Quick Take
Summary is AI generated, newsroom reviewed.
रिजल्‍ट जारी करने की तारीख का ऐलान बोर्ड अपनी वेबसाइट पर कर सकता है.
खबरों के अनुसार 27 मई को 12वीं के नतीजे घोष‍ित किए जा सकते हैं.
पिछले साल सीबीएसई ने रिक्वेस्ट की थी कि मॉडरेशन पॉलिसी को खत्म किया जाए.
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) आज शाम तक 12वीं की परीक्षा के परिणाम जारी करने की तारीख घोषित करेगा. सूत्रों के मुताबिक CBSE Class 12th Result 2017 को लेकर बोर्ड मॉडरेशन पॉलिसी पर दिल्ली हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट न जाने के फैसले के बाद वह जल्द ही रिजल्ट जारी करने की तारीख भी घोषि‍त कर देगा. CBSE Class 12th Result 25 मई को जारी किए जाने थे. इस साल 12वीं की परीक्षाएं 9 मार्च 2017 से 29 अप्रैल 2017 के बीच आयोजित की गई थीं, जिसमें 10,98,981 छात्रों ने हिस्‍सा लिया था, जो पिछले वर्ष की तुलना में 2.82 फीसदी ज्‍यादा थी. देश भर में 10,678 केंद्रों पर 12वीं कक्षा की परीक्षाओं का आयोजन किया गया था.

 
 
result

रिजल्‍ट जारी करने की तारीख का ऐलान बोर्ड अपनी वेबसाइट पर कर सकता है. इसे आप cbse.nic.in या cbseresults.nic.in पर देख सकते हैं. मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार 27 मई को 12वीं के नतीजे घोष‍ित किए जा सकते हैं.

हालांकि सीबीएसई 12वीं के नतीजों पर सस्पेंस को लेकर मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने देशभर के विद्यार्थियों को आश्वासन देते हुए कहा था कि फ्रिक की बात नहीं है, किसी भी छात्र के साथ नाइंसाफी नहीं होगी. रिजल्ट समय पर घोषित होंगे. उन्होंने कहा कि कोर्ट के आदेश को लेकर विद्यार्थियों को चिंता करने की जरूरत नहीं है. 

दरअसल मंगलवार को दिल्ली हाई कोर्ट ने सीबीएसई को मुश्किल प्रश्नों के लिए ग्रेस मार्क्स देने संबंधी अपनी मॉडरेशन पॉलिसी सत्र 2016-17 के लिए जारी रखने का अंतरिम आदेश दिया था. जिसे बोर्ड पहले खत्म कर चुका था. इसे खत्म करने के पीछे की वजह थी कि इससे छात्रों को लगभग 8 से 10 अंक अधिक मिलते थे, जिसकी वजह से 95 फीसदी और इससे अधिक अंक स्कोर करने वाले स्टूडेंट्स की संख्‍या बढ़ गई थी. कॉलेज एडमिशन में बढ़ते कॉम्पिटीशन और 95 फीसदी से अधिक नंबर स्कोर करने वाले स्टूडेंट्स की बढ़ती संख्या को देखते हुए बोर्ड ने इस तरह का फैसला लिया था. पिछले साल दिसंबर में इस बारे में सीबीएसई ने एमएचआरडी को रिक्वेस्ट की थी कि मॉडरेशन पॉलिसी को खत्म किया जाए.