Haryana Board: 485 स्कूलों ने भरा जुर्माना, चेयरमैन बोले- सभी स्टूडेंट्स दे सकेंगे एग्जाम, जुर्माना न देने वाले स्कूलों पर होगा एक्शन

हरियाणा बोर्ड (Haryana Board) ने जिन स्कूलों पर 5 हजार का जुर्माना लगाया था उनमें से आधे से ज्यादा स्कूलों ने जुर्माना भर दिया है.

Haryana Board: 485 स्कूलों ने भरा जुर्माना, चेयरमैन बोले- सभी स्टूडेंट्स दे सकेंगे एग्जाम, जुर्माना न देने वाले स्कूलों पर होगा एक्शन

Haryana Board Exam: हरियाणा बोर्ड की परीक्षाएं 3 मार्च से शुरू हो रही है.

खास बातें

  • 485 प्राइवेट स्कूलों ने जुर्माना भर दिया है.
  • जुर्माना भर जुके स्कूलों के बच्चों के एडमिट कार्ड जारी कर दिए गए हैं.
  • बोर्ड ने प्राइवेट स्कूलों पर 5 हजार रुपये का जुर्माना लगाया था.
नई दिल्ली:

हरियाणा बोर्ड (Haryana Board) ने कई प्राइवेट स्कूलों के स्टूडेंट्स के रोके गए एडमिट कार्ड (Haryana Board Admit Card) जारी कर दिए हैं. बोर्ड ने जिन स्कूलों पर 5 हजार का जुर्माना लगाया था उनमें से आधे से ज्यादा स्कूलों ने जुर्माना भर दिया है. हरियाणा बोर्ड के चेयनमैन डॉ जगबीर सिंह ने NDTV Khabar से बातचीत में कहा, ''पिछले साल बोर्ड परीक्षा की ड्यूटी में 999 प्राइवेट स्कूलों के शिक्षक शामिल नहीं हुए थे और इसके संबंध में हमने स्कूलों को नोटिस भेज कर जवाब मांगा था, कुछ स्कूलों ने संतोषजनक जवाब दिया था इसीलिए बोर्ड ने उन पर कोई जुर्माना नहीं लगाया गया था. लेकिन 910 स्कूलों ने कोई जवाब नहीं दिया जिसके चलते हमें उन पर 5 हजार रुपये का जुर्माना लगाना पड़ा. सोमवार तक 485 स्कूलों ने जुर्माना भर दिया और हमने उन स्कूलों के बच्चों के एडमिट कार्ड जारी कर दिए हैं.''

डॉ जगबीर सिंह ने कहा, ''हमने स्कूलों को अकाउंट नंबर दे रखा है और हमें उम्मीद है कि बाकी के बचे स्कूल भी जुर्माना भर देंगे. हमने किसी बच्चे का रोल नंबर नहीं रोका है ऐसे में स्टूडेंट्स प्रैक्टिकल परीक्षाओं में भाग ले सकते हैं.'' जुर्माना न भरने वाले स्कूलों के बच्चों के एडमिट कार्ड दिए जाएंगे या नहीं इस पर बोर्ड के चेयरमैन ने कहा, ''हम बच्चों के भविष्य को खराब नहीं होने देंगे. जो स्कूल जुर्माना नहीं भरेंगे उनके बच्चों के एडमिट कार्ड भी जारी कर दिए जाएंगे और वे सभी स्टूडेंट्स एग्जाम दे सकेंगे. लेकिन बोर्ड ऐसे स्कूलों पर कड़ी कार्रवाई करेगा.''

आपको बता दें कि हरियाणा बोर्ड ने 910 प्राइवेट स्कूलों के स्टूडेंट्स के एडमिट कार्ड इसीलिए रोक दिए थे क्योंकि इन स्कूलों ने बोर्ड द्वारा लगाए गए जुर्माने को नहीं भरा था. इन स्कूलों पर ये जुर्मना इसीलिए लगाया गया था क्योंकि इनके शिक्षक बोर्ड परीक्षा की ड्यूटी में नहीं शामिल हुए थे. वहीं, फेडरेशन ऑफ प्राइवेट स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन का कहना है कि पिछले साल बोर्ड ने उन स्कूलों पर जुर्माना माफ कर दिया था, जिनके शिक्षकों ने 2018 की वार्षिक परीक्षाओं में बोर्ड की ड्यूटी छोड़ दी थी.

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इस वर्ष छूट की मांग पर ध्यान नहीं दिया गया है. प्राइवेट स्कूलों का कहना है कि बोर्ड उनके बच्चों के लिए दूरदराज के स्थानों पर परीक्षा केंद्र आवंटित करता है, ऐसे में शिक्षक ड्यूटी करने से कतराते हैं.