वैश्विक आर्थिक चिंता बढ़ने से शेयर बाजारों में बुधवार को जोरदार गिरावट रही और बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 418 अंक लुढ़ककर 20 महीने के न्यूनतम स्तर 24,062.04 अंक पर बंद हुआ।
वैश्विक अर्थव्यवस्था में वृद्धि संबंधी चिंता के चलते दुनियाभर के शेयर बाजारों में चौतरफा बिकवाली तथा तेल के फिर से 28 डॉलर के स्तर से नीचे पहुंचने का असर यहां भी पड़ा। इसके साथ सेंसेक्स 16 मई, 2014 के बाद से अब तक के निम्न स्तर पर पहुंच गया। उसी दिन आम चुनावों में नई सरकार को पूर्ण बहुमत मिला था। इस बीच, 4 सितंबर, 2013 के बाद पहली बार कारोबार के दौरान डॉलर के मुकाबले रुपया 68 के स्तर से नीचे चला गया।
30 शेयरों वाला सेंसेक्स गिरावट के साथ 24,325.77 अंक पर खुला और इसमें लगातार गिरावट देखी गई। एक समय यह 24,000 के नीचे 23,839.76 अंक तक चला गया, लेकिन अंत में 24,000 के ऊपर 24,062.04 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स में मंगलवार को 291.47 अंक की तेजी दर्ज की गई थी।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 125.80 अंक या 1.69 प्रतिशत की गिरावट के साथ 7,309.30 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 7,241.50 से 7,470.90 अंक के दायरे में घटता-बढ़ता रहा।
वैश्विक स्तर पर कमजोर रुख के बीच विदेशी पूंजी निकासी जारी रहने तथा खुदरा निवेशकों की सतत बिकवाली से बाजार में गिरावट आई। इसके अलावा, अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष द्वारा वैश्विक वृद्धि का अनुमान कम किए जाने से तेल के 28 डॉलर प्रति बैरल से नीचे आने से भी धारणा प्रभावित हुई।
डॉलर की तुलना में रुपया 30 पैसे टूटा, 28 महीने के न्यूनतम स्तर पर