बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स शुक्रवार को 401 अंक उछलकर 24,870.69 पर बंद हुआ। वैश्विक स्तर पर मजबूत रुख के बीच नई डेरिवेटिव्स श्रृंखला की शुरुआत के साथ निवेशकों की लिवाली से बाजार में तेजी रही। इस साल यह पहला मौका है जब बाजार में साप्ताहिक आधार पर तेजी रही।
साप्ताहिक आधार पर सेंसेक्स में 435.03 अंक या 1.78 प्रतिशत की मजबूती आयी। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी में 141.10 अंक या 1.90 प्रतिशत की तेजी रही। इससे पहले, लगातार तीन सप्ताह तक बाजार में साप्ताहिक आधार पर गिरावट देखी गयी। सटोरियों द्वारा सौदों को पूरा करने के लिये की गयी लिवाली से भी बाजार में मजबूती आयी।
डॉलर के मुकाबले रुपये में मजबूती से भी धारणा प्रभावित हुई। 30 शेयरों वाला सेंसेक्स शुरुआत में गिरावट के साथ 24,347.31 अंक पर खुला लेकिन इसमें तुरंत तेजी आयी और लिवाली बढ़ने से मजबूत होता हुआ एक समय 24,911.90 अंक तक चला गया। अंत में यह 401.12 अंक या 1.64 प्रतिशत की मजबूती के साथ 24,870.69 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स में गुरुवार को 22.82 अंक की गिरावट आयी थी।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 138.90 अंक या 1.87 प्रतिशत की मजबूती के साथ 7,563.55 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 7,575.65 अंक तक चढ़ गया था। कारोबारियों के अनुसार जापान की अगुवाई में एशिया के अन्य बाजारों में तेजी का यहां भी सकारात्मक प्रभाव पड़ा। बैंक ऑफ जापान ने नकारात्मक ब्याज दर यानी जमा पर ब्याज लेने की नीति अपनाकर बाजार को अचंभित कर दिया जिसके बाद वैश्विक स्तर पर तेजी आयी।
जापान का निक्की 2.80 प्रतिशत, शंघाई कंपोजिट इंडेक्स 3.09 प्रतिशत तथा हांगकांग का हैंगसेंगे 2.54 प्रतिशत मजबूत हुए। बैंक ऑफ जापान के कदम से यूरोपीय बाजारों में भी शुरुआती तेजी देखने को मिली। सेंसेक्स के शेयरों में कोल इंडिया 4.73 प्रतिशत मजबूत हुआ। इसके अलावा हीरो मोटो कॉर्प, सन फार्मा, हिंदुस्तान यूनिलीवर, डॉ. रेड्डीज तथा बजाज ऑटो में तेजी रही। सेंसेक्स के 30 शेयरों में 25 लाभ में जबकि एसबीआई, टाटा स्टील, एनटीपीसी, आईसीआईसीआई बैंक तथा भारती एयरटेल में गिरावट दर्ज की गयी।