देश के शेयर बाजारों के प्रमुख सूचकांकों, सेंसेक्स और निफ्टी में गत सप्ताह एक फीसदी से अधिक की गिरावट दर्ज की गई। शेयर बाजारों में गत सप्ताह सिर्फ चार कारोबारी सत्र संचालित हुए और शुक्रवार को मुहर्रम के अवसर पर बाजारों में कारोबार का संचालन नहीं किया गया।
बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स गत सप्ताह 1.29 फीसदी या 266.73 अंकों की गिरावट के साथ 20,399.42 पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 1.38 फीसदी या 84.6 अंकों की गिरावट के साथ 6,056.15 पर बंद हुआ।
गत सप्ताह सेंसेक्स के 30 में से आठ शेयरों में तेजी रही। टाटा स्टील (5.54 फीसदी), महिंद्रा एंड महिंद्रा (5.27 फीसदी), डॉ. रेड्डीज लैब (2.42 फीसदी), मारुति सुजुकी (1.94 फीसदी) और विप्रो (0.76 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही। गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे कोल इंडिया (5.89 फीसदी), गेल (5.82 फीसदी), सिप्ला (4.47 फीसदी), टाटा पावर (4.37 फीसदी) और सेसा स्टरलाइट (4.33 फीसदी)।
बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी करीब एक फीसदी गिरावट रही। मिडकैप 1.12 फीसदी या 69.89 अंकों की गिरावट के साथ 6,141.05 पर बंद हुआ। स्मॉलकैप 0.95 फीसदी या 56.92 अंकों की गिरावट के साथ 5,956.17 पर बंद हुआ। गत चार में से तीन सत्रों में बाजार में गिरावट रही, जबकि आखिरी यानी, चौथे सत्र में गुरुवार को तेजी रही।
भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन द्वारा बुधवार शाम शेयर बाजार में उथल-पुथल और रुपये में तेज गिरावट की आशंका को खारिज किए जाने के बाद गुरुवार को शेयर बाजारों में तेजी देखी गई।
शेयर बाजार शुक्रवार 15 नवंबर को मुहर्रम के कारण बंद रहा। बाजारों ने पहले 14 नवंबर को अवकाश रहने की घोषणा की थी।
सोमवार को जारी सरकारी आंकड़ों के मुताबिक अक्टूबर महीने में देश का निर्यात साल-दर-साल आधार पर 13.47 फीसदी वृद्धि के साथ 27.27 अरब डॉलर रहा। इसी अवधि में आयात 14.5 फीसदी गिरावट के साथ 37.82 अरब डालर रहा। व्यापार घाटा इसी दौरान 10.55 अरब डॉलर रहा, जो एक साल पहले अक्टूबर में 20.21 अरब डॉलर था।
मंगलवार को बाजार बंद होने के बाद जारी आंकड़ों के मुताबिक सितंबर में औद्योगिक उत्पादन सूचकांक पर आधारित औद्योगिक वृद्धि दर दो फीसदी रही, जो अगस्त महीने में 0.4 फीसदी थी। अगस्त महीने के आंकड़े को पूर्व घोषित 0.6 फीसदी से संशोधित कर 0.4 फीसदी किया गया। जून महीने की विकास दर को भी आखिरी संशोधन के साथ 1.8 फीसदी नकारात्मक विकास किया गया।
मंगलवार को ही बाजार बंद होने के बाद जारी आंकड़े के मुताबिक सालाना उपभोक्ता महंगाई दर अक्टूबर महीने में बढ़कर 10.09 फीसदी रही, जो सितंबर में 9.84 फीसदी थी। अक्टूबर में खाद्य उपभोक्ता महंगाई दर 12.56 फीसदी रही, जो सितंबर में 11.44 फीसदी थी।
गुरुवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक अक्टूबर में थोक महंगाई दर सात फीसदी रही, जो पिछले आठ महीने का ऊपरी स्तर है। सितंबर में यह दर 6.46 फीसदी थी। खाद्य थोक महंगाई दर अक्टूबर में 18.19 फीसदी दर्ज की गई, जो सितंबर में 18.4 फीसदी थी। इसके साथ अगस्त महीने के लिए थोक महंगाई दर को संशोधित कर 6.1 फीसदी से 6.99 फीसदी किया गया।