अमेरिकी मुद्रा डॉलर की जबरदस्त मांग के कारण देश की मुद्रा रुपया फिर एक बार सोमवार को डॉलर के मुकाबले 61.21 रुपये के नए ऐतिहासिक निचले स्तर पर पहुंच गया।
मुम्बई में विदेशी मुद्रा बाजार में रुपये ने नए निचले स्तर को स्पर्श किया। इससे पहले 26 जून को रुपये ने 60.76 के ऐतिहासिक स्तर को स्पर्श किया था।
दोपहर करीब 1.15 बजे रुपया हालांकि थोड़ा सम्भल कर 60.94 रुपये पर कारोबार करता देखा गया। शुक्रवार को यह 60.22 के स्तर पर बंद हुआ था।
बैंकों और आयातकों से डॉलर की लगातार मांग के कारण रुपये पर भारी दबाव महसूस किया जा रहा है।
इस साल रुपये के मूल्य में 10 फीसदी गिरावट आ गई है। प्रमुख विकासशील देशों की मुद्राओं के मुकाबले यह सबसे बुरी गिरावट है।
चालू खाता घाटा लगातार बढ़ने, सुस्त आर्थिक विकास दर और डॉलर में लगातार मजबूती के कारण रुपये में गिरावट दर्ज की जा रही है।
31 मार्च 2013 को समाप्त कारोबारी साल में देश का चालू खाता घाटा सकल घरेलू उत्पाद का रिकार्ड 4.8 फीसदी दर्ज किया गया, जबकि विकास दर एक दशक में सबसे कम पांच फीसदी रही।