
RBI MPC Announcements: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने आम आदमी को एक बड़ा झटका दिया है.
RBI MPC Announcements: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) मौद्रिक नीति समिति (MPC) की तीन दिन की बैठक खत्म होने के बाद आरबीआई गवर्नर (RBI Governor) शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) ने कई बड़े ऐलान किए हैं. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने आम आदमी को एक बड़ा झटका दिया है. आज यानी बुधवार को इस बैठक के नतीजे की जानकारी देते हुए आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा, ‘‘मौजूदा आर्थिक स्थिति पर विचार करते हुए एमपीसी ने नीतिगत दर को 25 बेसिस प्वॉइंट यानी 0.25 प्रतिशत बढ़ाकर 6.50 प्रतिशत करने का निर्णय किया है.'' उन्होंने कहा कि मौजूदा हालात में रेपो दर में 0.25 प्रतिशत की वृद्धि उचित है.
इस दौरान आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि पिछले करीब तीन साल में विभिन्न चुनौतियों के कारण दुनिया भर के केंद्रीय बैंकों के लिये मौद्रिक नीति के स्तर पर चुनौती रही है. उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक की बनती आर्थिक परिस्थितियों पर सख्त नजर है. आरबीआई गवर्नर का मानना है कि वैश्विक अर्थव्यवस्था की स्थिति अब इतनी कमजोर नहीं दिख रही है और मुद्रास्फीति नीचे आ रही है. बीते साल और इस वर्ष अभी तक अन्य एशियाई मुद्राओं की तुलना में भारतीय रुपये में कम उतार-चढ़ाव देखा गया है.
उन्होंने महंगाई और इकोनॉमिक ग्रोथ को लेकर आरबीआई का अनुमान के बारे में भी बताया है. रिजर्व बैंक के अनुसार, वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही में महंगाई दर 5.9 फीसदी से घटकर 5.6 फीसदी पर रहने की उम्मीद है. वहीं, चालू वित्त वर्ष में खुदरा मुद्रास्फीति 6.5 प्रतिशत और अगले वित्त वर्ष में 5.3 प्रतिशत रहने का अनुमान है. वहीं, चालू खाते का घाटा 2022-23 की दूसरी छमाही में नीचे आएगा.
केंद्रीय बैंक ने चालू वित्त वर्ष 2022-23 के लिए सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की वृद्धि दर के अनुमान को 6.8 प्रतिशत से बढ़ाकर सात प्रतिशत कर दिया है. वहीं अगले वित्त वर्ष में जीडीपी वृद्धि दर 6.4 प्रतिशत रहने का अनुमान रखा जताया है. RBI गवर्नर ने कहा कि वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही में जीडीपी ग्रोथ रेट (GDP Growth Rate) 7.8 फीसदी होने की संभवना है. इससे पहले 2024 की पहली तिमाही में GDP वृद्धि 7.1% रहने का अनुमान था. जिसे अब बढ़ा दिया गया है. वहीं, उन्होंने वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही के लिए GDP ग्रोथ के अनुमान को 5.9% से बढ़ाकर 6.2% कर दिया गया है.