नोटबंदी के बाद जमाओं में अप्रत्याशित उछाल को देखते हुए आईसीआईसीआई बैंक और एचडीएफसी बैंक सहित प्रमुख बैंकों ने सावधि जमाओं (एफडी) के ब्याज दरों में 0.25 प्रतिशत तक की कमी की घोषणा कर दी है. इससे पहले एसबीआई यानी स्टेट बैंक ऑफ इंडिया भी ब्याज दरों में कटौती का ऐलान कर चुका है.
सावधि जमाओं में कमी के मद्देनजर आने वाले दिनों में बैंकों की उधार दरों में भी कमी हो सकती है. आईसीआईसीआई बैंक की वेबसाइट के अनुसार 390 दिन से दो साल तक की सावधि जमाओं के लिए ब्याज दर में 0.15 प्रतिशत की कमी की गई है. यह गुरुवार से प्रभावी हो गई.
आईसीआईसीआई बैंक अब इन जमाओं पर 7.10 प्रतिशत ब्याज देगा जबकि पहले यह दर 7.25 प्रतिशत थी. इस बीच एचडीएफसी बैंक ने एक से पांच करोड़ रुपये की जमाओं के लिए ब्याज दरों में 0.25 प्रतिशत की कटौती की है. बैंक की वेबसाइट के अनुसार नयी दरें आज से प्रभावी हो गईं. उल्लेखनीय है कि इससे पहले एसबीआई व एक्सिस बैंक भी इस तरह की पहल कर चुके हैं.
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने चुनिंदा परिपक्वता अवधि वाली मियादी जमाओं पर ब्याज दरों में 0.15 प्रतिशत तक की कटौती की है. सरकार द्वारा 500 रुपये और 1,000 रुपये के नोटों पर पाबंदी के बाद नकदी बढ़ने के साथ एसबीआई ने यह कदम उठाया है.
एसबीआई ने एक बयान में कहा कि एक साल से 455 दिन की मियादी जमा पर ब्याज दर 0.15 प्रतिशत घटाकर 6.90 प्रतिशत कर दिया गया है जो पहले 7.05 प्रतिशत थी. नई दर कल से प्रभावी होगी. इसके अलावा 456 दिन तथा दो साल से कम की अवधि के लिये सावधि जमा पर ब्याज दर 7.10 प्रतिशत से घटाकर 6.95 प्रतिशत कर दिया गया है. दो से तीन साल की अवधि के लिये मियादी जमा पर ब्याज दर अब 6.85 प्रतिशत होगी जो पहले 7.0 प्रतिशत थी. प्रस्तावित ब्याज दरें ताजा जमा तथा परिपक्व हो रही मियादी जमाओं के नवीनीकरण पर लागू होंगी.