अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) ने ढांचागत सुधारों की वकालत करते हुए कहा है कि भारत आने वाले वर्षों में आठ या नौ प्रतिशत या इससे भी अधिक की वृद्धि दर हासिल न कर सके, इसकी कोई वजह नहीं है।
आईएमएफ के एशिया व प्रशांत विभाग में सहायक निदेशक व भारत के लिए मिशन प्रमुख पॉल कैशिन ने बुधवार को संवाददाताओं को बताया, ‘भारत आगे चलकर आठ, नौ या इससे भी अधिक की वृद्धि दर हासिल न कर सके, निश्चित रूप से इसकी कोई वजह नहीं है, लेकिन इनके लिए उपाय करने में थोड़ा समय लगेगा।’
भारत से कॉन्फ्रेंस कॉल में शामिल हुए मुद्राकोष के वरिष्ठ स्थानीय प्रतिनिधि टॉम रिचर्डसन ने कहा, ‘हमारे पास कुछ वर्ष हैं और हम निरंतर एक संपूर्ण ढांचागत सुधारों की वकालत करते रहेंगे। ऐसे उपाय जो कारोबारियों के अनुकूल और वृद्धि दर में तेजी लाने वाले हों।’
उन्होंने कहा, ‘इसके अलावा, भूमि अधिग्रहण, भूमि अधिकार यह स्पष्ट करने के लिए बहुत महत्वपूर्ण होने जा रहे हैं कि कारोबारी किस तरह से आगे बढ़ें और उनकी परियोजनाएं किस तरह से सिरे चढ़ सकें। हमें कृषि क्षेत्र की दक्षता में सुधार के लिए कई तरह के सुधार किए जाने की उम्मीद है।’