भारतीय रिजर्व बैंक जल्द ऐसे सुधार लाने जा रहा है जिससे विदेशी बैंक बड़े स्तर पर न केवल भारतीय बाजार में उतर सकेंगे, बल्कि वे भारतीय बैंक के अधिग्रहण पर भी विचार कर सकेंगे।
रिजर्व बैंक गवर्नर रघुराम राजन ने शनिवार को वाशिंगटन में एक कार्यक्रम में कहा, ‘केंद्रीय बैंक अगले कुछ साल में जिन सुधारों का क्रियान्वयन करने जा रहा है उनमें बैंकिंग क्षेत्र के सुधार भी हैं जिनसे विदेशी बैंकों का भारतीय बाजार में प्रवेश सुगम हो सकेगा। ये सुधारों के पांच स्तंभ हैं। इनमें मौद्रिक नीति ढांचा भी शामिल है।’
राजन ने कहा कि यह एक बड़ा रास्ता खोलने जैसा है। विदेशी बैंक भारतीय बैंकों, छोटे भारतीय बैंकों और अन्य का अधिग्रहण करने पर विचार कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि विदेशी बैंकों के भारत में प्रवेश के बारे में नीति ढांचा अगले कुछ सप्ताह में जारी किया जा सकता है।
उन्होंने कहा ‘विदेशी बैंकों के मामले में यदि आप पूर्ण स्वामित्व वाली इकाई के ढांचे को अपनाते हैं, हम अगले कुछ सप्ताह में हम इस बारे में ब्यौरा लेकर आएंगे, हम आपके साथ एक प्रकार से राष्ट्रीय स्तर का व्यवहार करेंगे।’
हालांकि, इसके साथ ही राजन ने जोड़ा कि इसकी दो शर्तें होंगी। पहली यह कि आपके देश को भी हमारे बैंकों को अनुमति देनी होगी। दूसरी शर्त यह है कि आप एक ही रास्ते से आ सकते हैं, या तो आपकी शाखा हो या फिर अनुषंगी, दोनों एक साथ नहीं हो सकते।