बाइजू में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. एक टीवी चैनल ने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि भारत सरकार के कॉर्पोरेट अफेयर्स मंत्रालय ने एडटेक स्टार्ट-अप बाइजू के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं. रायटर ने चैनल का हवाला देते हुए कहा है कि मंत्रालय ने बाइजू की ओर तमाम कॉर्पोरेट गवर्नेंस खामियों का संज्ञान लेते हुए यह जांच का आदेश दिया है.
बाइजू के प्रवक्ता ने रिपोर्ट का खंडन किया है और इसे अंदाजा बताया है.
कंपनी के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि कॉर्पोरेट मंत्रालय की ओर से हमे कोई पत्र नहीं भेजा गया है और न ही इस प्रकार की किसी जांच की कोई जानकारी है.
वित्तमंत्रालय ने इस संबंध में सवाल पर कोई कमेंट नहीं किया है.
यह रिपोर्ट तब आई है जब डियोलाइट और बाइजो के तीन बोर्ड सदस्यों ने अपनी राहें अलग कर लीं. यह सब तब हुआ है जब कंपनी देनदारों से अपनी कानूनी लड़ाई पर जोर दे रही है और कंपनी निवेशकों की निगाह में अपना वैल्यूएशन खोती जा रही है.
बाइजू कंपनी अपने देनदार रेडवुड मैनेजमेंट के साथ भी विवाद में है. रेडवुड का आरोप है कि एडटेक कंपनी ने गलत तरीके के 500 मिलियन डॉलर का इस्तेमाल किया जिसकी वजह से कंपनी को सू (कानूनी तौर पर केस) किया गया है.