सरकार ने नोटबंदी की वजह से अर्थव्यवस्था में नरमी आने की चिंताओं को खारिज कर दिया है. वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि नोटबंदी (Demonetization) के बावजूद सरकार के टैक्स कलेक्शन में बढ़ावा हुआ है. उन्होंने बताया कि अप्रत्यक्ष कर पिछले साल से 25 प्रतिशत बढ़ा है और वहीं उत्पाद कर पिछले साल के मुकाबले 43 प्रतिशत बढ़ा है. जेटली ने कहा कि चालू वित्त वर्ष में अप्रैल से दिसंबर अवधि में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष कर वसूली में अच्छी वृद्धि हुई है. इससे विनिर्माण क्षेत्र सहित सभी क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियां बढ़ने का संकेत मिलता है.
अप्रत्यक्ष करों में विभिन्न क्षेत्रों में की गई वसूली का ब्यौरा देते हुए उन्होंने बताया कि आलोच्य अवधि में उत्पाद शुल्क प्राप्ति 43 प्रतिशत बढ़कर 2.79 लाख करोड़ रुपये, सेवा कर प्राप्ति 23.9 प्रतिशत बढ़कर 1.83 लाख करोड़ रुपये हो गई जबकि इस दौरान सीमा शुल्क प्राप्ति 4.1 प्रतिशत बढ़कर 1.67 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गई. अकेले दिसंबर माह में पिछले साल के मुकाबले अप्रत्यक्ष कर प्राप्ति 14.2 प्रतिशत बढ़ गई. दिसंबर माह में नोटबंदी जारी रही इसके बावजूद माह के दौरान उत्पाद शुल्क प्राप्ति 31.6 प्रतिशत बढ़ी है. जेटली ने कहा कि उत्पाद शुल्क का सीधा विनिर्माण क्षेत्र से संबंध है. माह के दौरान सेवा कर प्राप्ति भी 12.4 प्रतिशत बढ़ी है जबकि सीमा शुल्क प्राप्ति इस दौरान सोने का आयात घटने से 6.3 प्रतिशत घट गया.