शेयर बाजारों (Stock Exchanges) में पिछले छह दिनों से जारी गिरावट के कारण निवेशकों को 18.17 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. वैश्विक स्तर पर कई केंद्रीय बैंकों (Central Banks) की तरफ से ब्याज दरों में वृद्धि, कच्चे तेल की कीमतों में उछाल और विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) की घरेलू शेयर बाजारों से लगातार पूंजी निकासी से स्थानीय शेयर बाजारों में पूरे सप्ताह गिरावट रही.बाजार में गिरावट के पिछले छह दिनों के दौरान निवेशकों की संपत्ति ₹ 18 लाख करोड़ से अधिक गिर गई है, जो कि रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के 17.5 लाख करोड़ के बाजार पूंजीकरण से अधिक है, जो नुकसान की भयावहता को दर्शाता है.
बीएसई सेंसेक्स में पिछले छह कारोबारी दिनों के दौरान 3,959.86 अंक यानी 7.15 प्रतिशत की गिरावट हुई है. यह शुक्रवार को एक साल के निचले स्तर 51,360.42 अंक पर बंद हुआ. शेयर बाजार में गिरावट के साथ नौ से 17 जून के बीच बीएसई की सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 18,17,747.13 करोड़ रुपये घटकर 2,36,77,816.08 करोड़ रुपये पर आ गया. पिछले छह दिन में नवीनतम बाजार गिरावट के दौरान इक्विटी निवेशकों को ₹ 18.17 लाख करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ. वैश्विक केंद्रीय बैंकों द्वारा दरों में बढ़ोतरी, विदेशी फंड के बहिर्वाह और कच्चे तेल की कीमतों में उछाल के के बीच ऐसे हालात बने हैं.
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