नागरिक उड्डयन मंत्री अजित सिंह ने शुक्रवार को उड्डयन निदेशक को सेवा के दौरान परीक्षा देने वाले पायलटों की शिकायतों का समाधान करने के लिए एक मंच स्थापित करने का निर्देश दिया।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि विमानन कम्पनियों द्वारा अपने पायलटों के लिए सेवा काल के दौरान आयोजित की जाने वाली परीक्षा में तरफदारी और परेशानी से सम्बंधित बड़ी संख्या में शिकायतों को देखते हुए कदम उठाए गए हैं।
बयान के मुताबिक अजित सिंह ने नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) को तुरंत सांस्थानिक प्रक्रिया प्रस्तावित करने का निर्देश दिया, ताकि परीक्षा परिणाम से असंतुष्ट अभ्यर्थियों को शिकायतों के समाधान का सही मंच मिल सके।
बयान में कहा गया, "डीजीसीए को इस सम्बंध में एक व्यापक दिशा-निर्देश जारी करने का निर्देश दिया गया है, जिसे नागरिक उड्डयन जरूरत (सीएआर) में शामिल किया जा सकता है।"
विमानन कम्पनियों के परीक्षकों का चुनाव डीजीसीए द्वारा निर्धारित मापदंडों पर किया जाता है, जो विमानों और सिमुलेटरों में सह-पायलटों तथा कमांडरों की कौशल परीक्षा लेते हैं।