भारत सरकार वैश्विक खनन कपंनी रियो टिंटो द्वारा छोड़े जा रहे हीरे की खान को नीलाम करने जा रही है. राजधानी दिल्ली से करीब 300 किलोमीटर दक्षिण पूर्व में मध्य प्रदेश में स्थित बंदर हीरा खान की खोज साल 2004 में रियो टिंटो ने ही की थी. इस खान में 27.4 मिलियन कैरेट हीरा होने का अनुमान है, जिसकी कीमत अरबों डॉलर में आंकी गई है.
इस हीरा परियोजना पर करीब 550 मिलियन डॉलर खर्च कर चुकी रियो टिंटो ने इसी महीने ऐलान किया था कि वह साल के अंत तक परियोजना से अलग हो जाएगी. कंपनी का कहना है कि लागत में कटौती और पैसे बचाने के मकसद से उसने यह कदम उठाया है.
अगस्त की शुरुआत में आई रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी के अर्धवार्षिक लाभ में 47 फीसदी की गिरावट आई है. कंपनी के 12 वर्षों के इतिहास में यह सबसे बड़ी गिरावट है और इसे देखते हुए कंपनी लागत में कटौती पर मजबूर हुई.
खनन सचिव बलविंदर कुमार ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि कंपनी को खनन के लिए पर्यावरण मंत्रालय से जल्द ही मंजूरी मिलने वाली थी, ऐसे में यह कदम चौंकाने वाला है.
कुमार कहते हैं, 'यह कंपनी मुख्यालय द्वारा लिया गया वाणिज्यिक फैसला है, जिसमें हम लोग कुछ नहीं कर सकते.' वह कहते हैं कि रियो टिंटो जब पूरी तरह से परियोजना हमारे हवाले कर देगी, तब हम इस खान में निवेश के इच्छुक पार्टियों से बात करेंगे. वह साथ ही बताते हैं कि मध्य प्रदेश सरकार के पास इस खान से जुड़ा बहुत सारा डेटा है, जो कि संभावित बोलीदाताओं या फिर अन्य इच्छुक सरकारी कंपनियों के साथ साझा किया जा सकता है.