केंद्र सरकार में भारी उद्योग मंत्री महेंद्र नाथ पांडे (Heavy Industries Minister Mahendra Nath Pandey) ने शनिवार को कहा कि एलन मस्क (Elon Musk) और टेस्ला (Tesla) का भारत में स्वागत है, लेकिन सरकार आत्मनिर्भर भारत की नीति को लेकर किसी भी तरह से समझौता नहीं करेगी. अमेरिकी इलेक्ट्रिक कार निर्माता कंपनी टेस्ला भारत में अपनी गाड़ियों को बेचने के लिए आयात शुल्क में कमी की मांग कर रही है.
कंपनी के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी एलन मस्क ने पिछले महीने कहा था कि अपने उत्पादों का निर्माण स्थानीय स्तर पर नहीं करेगी, जब तक कि उसे देश में अपनी कारों को बेचने और सेवा देने की अनुमति नहीं दी जाती.
मस्क ने भारत में एक विनिर्माण संयंत्र स्थापित करने की टेस्ला की योजना के बारे में पूछने वाले एक उपयोगकर्ता के जवाब में एक ट्वीट में कहा, "टेस्ला किसी भी स्थान पर विनिर्माण संयंत्र नहीं लगाएगी, जहां हमें पहले कारों को बेचने और सेवा करने की अनुमति नहीं है."
शनिवार को TV9 द्वारा ग्लोबल समिट को संबोधित करते हुए, भारी उद्योग और सार्वजनिक उद्यम मंत्री ने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में सरकार आत्मनिर्भर भारत नीति पर तेजी से आगे बढ़ रही है और इस पर बहुत अच्छी प्रतिक्रिया मिली है. हम उस पर किसी भी तरह से समझौता करने नहीं जा रहे हैं."
उन्होंने कहा कि "टेस्ला, एलन मस्क का भारत में स्वागत है, लेकिन केवल देश की नीतियों के अनुसार"
मस्क ने पिछले साल अगस्त में कहा था कि अगर टेस्ला देश में आयातित वाहनों के साथ पहली बार सफल होती है, तो वह भारत में एक विनिर्माण इकाई स्थापित कर सकती है.
वर्तमान में, भारत 40,000 अमेरिकी डॉलर से अधिक सीआईएफ (लागत, बीमा और माल ढुलाई) मूल्य वाली पूरी तरह से आयातित कारों पर 100 प्रतिशत आयात शुल्क और इससे कम लागत वाली कारों पर 60 प्रतिशत आयात शुल्क लगाता है.
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