माल एवं सेवा कर (जीएसटी) के निर्धारण में अब तक का सबसे बड़े बदलाव करते हुए जीएसटी परिषद ने चुइंग गम से लेकर चॉकलेट, सौंदर्य प्रसाधनों, घड़ी समेत कई उत्पादों पर टैक्स की दरें घटा दी हैं. उम्मीद है कि इससे उपभोक्ताओं को राहत देने के साथ साथ उद्योग एवं व्यापार जगत को सुस्ती के दौर में सहूलियत होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि जीएसटी परिषद की सिफारिशों से जनता को आगे फायदा होगा और टैक्स व्यवस्था को मजबूती मिलेगी. पीएम मोदी ने कहा कि जनता की भागीदारी सरकार के कामकाज के तौर तरीकों का मूल है और सरकार के सभी फैसले 'लोगों के अनुकूल' और लोगों के लिए हैं.
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प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, 'जीएसटी परिषद की आज की सिफारिशें हमारे नागरिकों को आगे लाभ पहुंचाएंगी और जीएसटी को मजबूती प्रदान करेंगी. ये सिफारिशें जीएसटी पर अनेक पक्षकारों से हमें लगातार मिल रहे फीडबैक पर आधारित हैं.' उन्होंने जोर देकर कहा कि सरकार देश के आर्थिक एकीकरण के लिए 'अथक' प्रयास कर रही है.
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इससे पहले, वित्त मंत्री अरुण जेटली ने जीएसटी परिषद की बैठक के बाद कहा कि आम इस्तेमाल वाली 178 वस्तुओं पर टैक्स की दर को मौजूदा के 28 प्रतिशत से घटाकर 18 प्रतिशत करने का फैसला किया गया है. जीएसटी परिषद ने 28 प्रतिशत के सर्वाधिक टैक्स दर वाले स्लैब में वस्तुओं की संख्या को घटाकर सिर्फ 50 कर दिया है जो कि पहले 228 थी.
VIDEO : जीएसटी परिषद ने दी बड़ी राहत
अब 28 प्रतिशत के कर स्लैब में सिर्फ लग्जरी और अहितकर वस्तुएं ही रह गई हैं.